“तिरुपति मंदिर में हुई भगदड़ हादसे पर पीएम मोदी और अमित शाह ने शोक व्यक्त किया। दोनों नेताओं ने पीड़ितों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।”
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में बुधवार को हुई दुखद भगदड़ की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। इस हादसे में कई श्रद्धालुओं की मौत हो गई, और कई अन्य घायल हो गए। इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शोक व्यक्त किया और पीड़ितों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने व्यक्त किया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तिरुपति मंदिर में हुई भगदड़ की घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, “आंध्र प्रदेश के तिरुपति में भगदड़ से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द ठीक हो जाएं। आंध्र प्रदेश सरकार प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रही है।”
पीएम मोदी ने इस घटना को लेकर आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की और बताया कि राज्य सरकार पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान कर रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी जताया शोक
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया और तिरुपति मंदिर में भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी प्रार्थना की। शाह ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, “तिरुपति मंदिर में भगदड़ की दुर्भाग्यपूर्ण घटना से दुखी हूं। मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
तिरुपति भगदड़ की वजह क्या थी?
यह घटना तिरुपति मंदिर के विष्णु निवासम के पास टिकट काउंटर पर हुई। सूत्रों के मुताबिक, भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई, जिससे कई लोग मारे गए और कई अन्य घायल हुए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब श्रद्धालु भगवान के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में एकत्र हुए थे। हालांकि, घटनास्थल पर पुलिस और आपातकालीन सेवाएं तुरंत पहुंच गईं, लेकिन इस दुखद घटना के कारण मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने का निर्णय लिया है।
राज्य सरकार ने लिया संज्ञान
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने भी इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और पीड़ित परिवारों से मिलने का आश्वासन दिया। उन्होंने राज्य के अधिकारियों से मामले की जांच करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उठाए जाएंगे कदम
तिरुपति मंदिर प्रशासन ने भगदड़ जैसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है। आने वाले समय में श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुरक्षा इंतजामों को लागू किया जाएगा, ताकि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हो सकें। इसके साथ ही, मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को भीड़-भाड़ से बचाने के लिए बेहतर प्रबंधन की योजना बनाई जाएगी।
घटना पर प्रतिक्रियाएं
इस हादसे के बाद, पूरे देश भर में श्रद्धालुओं और आम जनता के बीच गहरा शोक है। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
यह घटना तिरुपति मंदिर में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और सुरक्षा इंतजामों की आवश्यकता को फिर से उजागर करती है। आने वाले समय में इस तरह के हादसों से बचने के लिए मंदिर प्रशासन और राज्य सरकार को कई महत्वपूर्ण कदम उठाने होंगे।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल