लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चौथे चरण का मतदान सूबे के 12 जिलों की 53 विधानसभा सीटों पर गुरुवार को है। इस चरण में 680 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करीब 1.85 करोड़ मतदाता करेंगे।
कल के मतदान में प्रदेश की सत्तारुढ़ सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य, बसपा के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी समेत कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है।
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने अपनी सियासत फतेहपुर से शुरु की थी। ऐसे में उनके लिए वहां की छह सीटें जीतना किसी चुनौती से कम नहीं है।
इसी तरह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य कौशाम्बी के रहने वाले हैं। इस चरण में कौशाम्बी में भी मतदान है। वहां की तीन सीटें उनके लिए चुनौती बनी हुई हैं। वैसे केशव की कर्मभूमि पड़ोस का जिला इलाहाबाद रहा है। ऐसे में इलाहाबाद की 12 विधानसभा सीटें भी जिताना उनके लिए चुनौती बनी हुई है।
बसपा के राष्ट्रीय महामंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी का बांदा गृह जनपद है। इस जिले की चार सीटों पर उनकी प्रतिष्ठा फंसी हुई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी प्रतापगढ़ के रामपुर खास से नौ बार विधायक रहे हैं।
इस सीट से अब उनकी बेटी आराधना मिश्रा उर्फ मोना चुनाव मैंदान में हैं। प्रतापगढ़ के ही कुंडा सीट से बाहुबली छवि वाले रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं। वह पिछले कई चुनाव से यहां से रिकार्ड मतों से जीत रहे हैं।
रायबरेली सीट से अखिलेश सिंह कई बार विधायक रहे हैं। इनकी भी छवि एक दबंग नेता के रुप में रही है। इस बार उन्होंने अपनी सियासी विरासत बेटी अदिति सिंह को सौंप दी है। अखिलेश के सामने अपनी विरासत आगे बढ़ाने और रायबरेली में साख बचाने की चुनौती है।
चैथे चरण के अन्य प्रमुख प्रत्याशियों में इलाहाबाद शहर उत्तरी से कांग्रेस के निवर्तमान विधायक अनुग्रह नारायण सिंह, शहर पश्चिमी से पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पौत्र सिद्धार्थ नाथ सिंह, इलाहाबाद के ही करछना सीट से सपा के वरिष्ठ नेता रेवती रमण सिंह के बेटे उज्ज्वल रमण सिंह, ऊंचाहार से विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे उत्कर्ष मौर्य और विधानसभा में वर्तमान में नेता विरोधी दल गयाचरण दिनकर भी शामिल हैं।