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UP विधानसभा: चुनावी दंगल में 40 ‘भाभियां’ भी मैदान में

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार लगभग 40 सीटों पर भाभियों के चुनाव लड़ने से चुनावी दंगल रोचक हो गया है। सभी बड़ी राजनीतिक पार्टियों भाजपा, सपा, कांग्रेस, बसपा और अपना दल ने इन भाभियों को मौका दिया है। कुछ भाभियां स्वतंत्र रुप से चुनाव लड़ रही हैं।

इनमें से कुछ वो हैं जो अपने परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रही हैं, वहीं कुछ महिलाएं वो भी हैं जो अपने पतियों की सीट से चुनाव मैदान में हैं। इनमें से कुछ के पतियों की मौत हो चुकी है तो कुछ पार्टी द्वारा निकाले गए हैं और कुछ अपनी आपराधिक छवि के चलते चुनावों में अयोग्य हो गए हैं।

अपर्णा यादव (लखनऊ कैन्टोमैन्ट)

इन सभी हाईप्रोफाइल चेहरों में सबसे ज्यादा चर्चित चेहरा हैं अपर्णा यादव।  26 साल की अपर्णा मुलायम सिंह यादव की बहू हैं और पार्टी की प्रतिष्ठित सीट लखनऊ कैंट से चुनाव मैदान में हैं। अपर्णा यादव बीजेपी की दिग्गज नेता रीता बहुगुणा जोशी के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं। अपर्णा ने अन्तरराष्ट्रीय संबंध और राजनीति में परास्नातक की डिग्री ली है। वो उस वक्त चर्चा में आईं जब उन्होंने पीएम मोदी के साथ सेल्फी खींची थी।

स्वाति सिंह (सरोजनी नगर, लखनऊ)

स्वाति सिंह बीजेपी के पूर्व उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह की पत्नी हैं। जिन्हें बसपा सुप्रीमों मायावती के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में बीजेपी ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। स्वाति राज्य में पार्टी की महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष हैं।

माधुरी वर्मा, ननपुरा (बहराइच)

पूर्व एमएलए दिलीप वर्मा ने अपनी पत्नी माधुरी वर्मा की राजनीति में उस वक्त एंट्री कराई जब वो जेल में थे। उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर 2012 में बहराइच की सीट से जीत दर्ज की। इस बार ननपुरा विधानसभा सीट से बीजेपी की प्रत्याशी हैं।

परमिला धर त्रिपाठी (हंडिया, भदोई)

परमिला धर त्रिपाठी पूर्व राज्य मंत्री राकेश धर त्रिपाठी की पत्नी हैं। राकेश धर आय से अधिक संपत्ति के मामले में पिछले महीने ही जमानत पर जेल से बाहर आए हैं। राकेश ने 2014 लोकसभा चुनाव बीएसपी के टिकट से लड़ा लेकिन हार गए। जिसके बाद उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया। परमिला धर अपना दल के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। संयोग से वह अपने बेटे के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं जो हंडिया सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।

अलका राय (मुहम्मदावाद, गाजीपुर)

अलका राय बीजेपी के टिकट पर गाजीपुर की मुहम्मदाबाद सीट से चुनाव लड़ रही हैं। वो बीजेपी नेता कृष्णनंद राय की पत्नी हैं। कृष्ण राय को कथित तौर पर 2005 में मुख्तार अंसारी गैंग ने मार डाला था।  पार्टी के घोषणापत्र से अलग अपने पति के नाम पर वोट मांग रही हैं। राय इस क्षेत्र के कद्दावर नेता थे।

जय देवी  (महिलाबाद, लखनऊ)

बीजेपी सांसद कौशल किशोर ने अपनी पत्नी जय देवी के लिए विधानसभा का टिकट दिलाया है। जय देवी महिलाबाद सीट से चुनाव मैदान में हैं।

संजू देवी (टंडा, अंबेडकर नगर)

अंबेडकर नगर टांडा सीट से संजू देवी बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। संजू देवी हिंदू युवा वाहिनी के नेता रामबाबू गुप्ता की पत्नी हैं, जिनकी हत्या 2013 में क्षेत्र में हुई सांप्रदायिक हिंसा में कर दी गई थी। संजू अपने पति के नाम पर चुनाव लड़ रही हैं। उनकी चुनौती इस सीट पर अपने पति की राजनीतिक विरासत को आगे ले जाने की है।

शोभा सिंह (बीकापुर, फैजाबाद)

आरएलडी के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान की मौत के बाद उनकी पत्नी शोभा सिंह ने बीजेपी ज्वॉइन कर ली थी। अब वो अपने पति की पारम्परिक सीट से अपने पति की विरासत को आगे लेने जाने के लिए बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं।

पूजा पाल (इलाहाबाद, पश्चिम)

बसपा विधायक पूजा पाल एक बार फिर से विधानसभा चुनाव मैदान में हैं। राजनीतिक प्रतिद्वंदिता की वजह से उनके पति राजू पाल की हत्या कर दी गई थी। राजनेता अतीक अहमद का उस केस में नाम आया था। पूजा मतदाताओं की संवेदनाओं को भुनाने की कोशिश में हैं।

नीलम करवरिया (मेजा, इलाहाबाद)

इलाहाबाद की मेजा सीट से बीजेपी के नेता उदय भान करवरिया के खिलाफ कई केस दर्ज हैं। जिस वजह से वो चुनावों के लिए अयोग्य हो गए थे। उनकी पत्नी नीलम करवरिया अब चुनाव लड़ रही हैं। बीजेपी ने उन्हें मेजा सीट से टिकट दिया है।

रुबाब सईदा (बहराइच)

बहराइच से मौजूदा विधायक वकर अहमद शाह की पत्नी रुबाब सईदा सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। वकर अखिलेश सरकार में मंत्री थे, लेकिन उनकी स्वास्थ्य कारणों की वजह से उनके पुत्र जो मौजूदा विधायक भी हैं उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया। अपने पति की सीट से रुबाब इस बार चुनाव लड़ रही हैं।

रानी पक्षालिका सिंह (बाह, आगरा)

रानी पक्षालिका सिंह अपने पति अरिदमन सिंह की जगह बीजेपी के टिकट पर बाह सीट से चुनाव लड़ रही हैं। वो अखिलेश कैबिनेट में भी रहे हैं। लेकिन इस बार वो चुनाव मैदान में नहीं हैं।

सरिता भदौरिया (इटावा)

सरिता भदौरिया इटावा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। वो स्वर्गीय अभयवीर सिंह की पत्नी हैं। इन्होंने भी चुनावों में हाथ आजमायाहै।

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