रायबरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में बीजेपी नेता और पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के साथ थाना इंचार्ज का एक विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो में थाना प्रभारी डीह, अनिल कुमार सिंह, बृजभूषण शरण सिंह के पैर छूते हुए नजर आ रहे थे। यह वीडियो पूर्व विधायक दिवंगत गजाधर सिंह की तेरहवीं कार्यक्रम के दौरान फेसबुक लाइव किया गया था और इसे तेजी से शेयर किया गया।
वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन पर सवाल उठने लगे, खासकर पुलिस और नेताओं के बीच संबंधों को लेकर। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने कार्रवाई शुरू की और रविवार को थाना प्रभारी अनिल कुमार सिंह को उनके पद से हटा दिया गया। अब उन्हें अपराध शाखा में तैनात किया गया है।
यह वीडियो कार्यक्रम के दौरान एक व्यक्ति ने अपने कैमरे में कैद किया था, जिसमें थाना इंचार्ज पुलिस की वर्दी में दिखाई दे रहे थे। वीडियो में देखा गया कि थाना प्रभारी ने बृजभूषण शरण सिंह के पैर छूने की कोशिश की थी। इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने इस वीडियो का संज्ञान लिया था। पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए सलोन क्षेत्राधिकारी प्रदीप कुमार को जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
हालांकि, थाना प्रभारी अनिल कुमार सिंह ने इस विवाद को लेकर खुद को बचाने की कोशिश की। उनका कहना था कि उन्होंने बृजभूषण शरण सिंह के पैर नहीं छुए थे, बल्कि उनका पेन जमीन पर गिर गया था और वह पेन उठाने के लिए झुके थे।
इस घटनाक्रम से पहले ही उत्तर प्रदेश सरकार ने पुलिस विभाग में कई अहम फेरबदल किए थे। 10 सीनियर पुलिस अधिकारियों का तबादला किया गया था, जबकि दो अधिकारियों को सस्पेंड भी कर दिया गया। इसके अलावा, आईएएस अधिकारी मनोज सिंह को रिटायरमेंट के कुछ दिन पहले ही वेटिंग लिस्ट में डाल दिया गया।
इस मामले ने उत्तर प्रदेश पुलिस और राजनीति के बीच रिश्तों पर सवाल उठाए हैं और पुलिस प्रशासन ने इस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी को उनके पद से हटा दिया है।