“उत्तर प्रदेश पुलिस ने 2017-2024 के दौरान 217 अपराधियों को मुठभेड़ों में मार गिराया, 140 अरब रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की और 7546 अपराधियों को सजा दिलाई। पढ़ें ऑपरेशन क्लीन की पूरी रिपोर्ट।“
विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस ने 2017 से 2024 के बीच अपराधियों पर किए गए सख्त ऑपरेशन का विस्तृत ब्योरा साझा किया है। इस रिपोर्ट में पुलिस की कड़ी कार्रवाई और प्रदेश में कानून-व्यवस्था सुधारने के लिए किए गए प्रभावी कदमों का खुलासा हुआ है।
एनकाउंटर में 217 अपराधी मारे गए
रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने सात सालों में 217 अपराधियों को मुठभेड़ों में मार गिराया। ये अपराधी गंभीर मामलों जैसे हत्या, डकैती, और गैंगस्टर गतिविधियों में लिप्त थे। इन मुठभेड़ों के दौरान 7799 अपराधी घायल हुए, जिनमें से अधिकांश को अदालत में पेश कर जेल भेजा गया।
140 अरब की संपत्ति जब्त
अपराधियों की अवैध संपत्ति पर प्रहार करते हुए पुलिस ने 140 अरब रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की। यह संपत्ति माफिया और संगठित अपराध से जुड़ी थी। पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत इन संपत्तियों को जब्त कर प्रदेश के विकास कार्यों में लगाया।
7546 अपराधियों को सजा
पुलिस की प्रभावी पैरवी और सख्त कार्रवाई के कारण 7546 अपराधियों को अदालत ने सजा सुनाई। इनमें कई बड़े गैंगस्टर और माफिया सरगना शामिल हैं।
पुलिसकर्मियों की शहादत
मुठभेड़ों में 17 पुलिसकर्मी शहीद हुए, जो अपनी जान जोखिम में डालकर प्रदेश की सुरक्षा में जुटे रहे। इसके अलावा 1644 पुलिसकर्मी इन अभियानों में घायल हुए।
योगी सरकार का बयान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “उत्तर प्रदेश में कानून का राज स्थापित करना हमारी प्राथमिकता है। हमारी सरकार अपराधियों पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाती है। ये आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश अब अपराधमुक्त होने की दिशा में है।”
मानवाधिकार संगठनों की आलोचना
हालांकि, कुछ मानवाधिकार संगठनों ने इन एनकाउंटरों को फर्जी बताते हुए न्यायिक जांच की मांग की है। विपक्षी दलों ने भी इन आंकड़ों को राजनीति प्रेरित करार दिया है।
अपराधियों पर शिकंजा: सरकार की प्राथमिकता
यह रिपोर्ट बताती है कि योगी सरकार ने कानून-व्यवस्था को सुधारने के लिए कितनी सख्ती से कदम उठाए। पुलिस की सख्त कार्रवाई ने अपराधियों के हौसले पस्त कर दिए और जनता को सुरक्षा का एहसास दिलाया।