वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा कर सकते हें जहां वह 51,000 करोड रपये की लागत वाली 1500 किलोमीटर लंबी गैस पाइपलाइन और रेलवे पटरियों को दोहरा करने समेत कई महत्वाकांक्षी परियोजनाओं की शुरुआत कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री बनने के बाद यहां अपने आठवें दौरे पर आ रहे मोदी गैस पाइपलाइन परियोजना ‘उर्जा गंगा’ की शुरुआत करेंगे जिसमें वाराणसी के निवासियों को दो साल के अंदर पाइप वाली कुकिंग गैस मुहैया कराने का वादा किया गया है। उसके बाद अगले एक साल में बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा जैसे राज्यों के लाखों लोगों को इसका लाभ मिलेगा।
मोदी व्यस्त इलाहाबाद-वाराणसी सेक्शन पर रेलवे पटरियों को दोहरा करने जैसी परियोजनाओं को भी हरी झंडी दिखा सकते हैं। यहां डीजल लोकोमोटिव वर्क्स :डीएलडब्ल्यू: का विस्तार और पूरी तरह वातानुकूलित पेरिशेबल कार्गो केंद्र का शिलान्यास भी उनके कार्यक्रमों मंे शामिल हो सकता है।
वह इस पौराणिक शहर को समर्पित एक डाक टिकट का विमोचन भी करेंगे।इसके अलावा प्रधानमंत्री शहर के भीडभाड वाले कैंट इलाके से गुजरने वाली एक सडक के चौडीकरण कार्य का भी शिलान्यास करेंगे।प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के मद्देनजर शहर में कडे सुरक्षा इंतजाम किये गये हैं जहां उनके दौरे की तैयारियों पर नजर रखने के लिए विशेष सुरक्षा समूह एसपीजी शुक्रवार से डेरा डाले हैं।
डीएलडब्ल्यू के विशालकाय परिसर को कल शाम मोदी की रवानगी तक ‘नो फ्लाई जोन’ घोषित किया गया है। प्रधानमंत्री इस परिसर में हेलीकॉप्टर से पहुंच सकते हैं।शहर में पिछले कुछ दिन से विभिन्न गतिविधियां चल रहीं हैं। जिसमें कई केंद्रीय मंत्री समारोह स्थल का दौरा कर चुके हैं।
इनमें उर्जा मंत्री पीयूष गोयल, पेट्रोलियम मंत्री धमेंर्द्र प्रधान और रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा शामिल हैं। इन मंत्रियों ने प्रधानमंत्री के दौरे की तैयारियों का जायजा लिया।मोदी इससे पहले एक मई को बनारस दौरे पर आये थे।