रहीमाबाद (लखनऊ)। बसपा नेता मशरूर हसन खां ने कहा है कि मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे अखिलेश यादव को स्थापित करने के लिए परिवारवाद का ड्रामा रचा है। इस ड्रामे से विकास परियोजनाएं ठप पड गई, कानून व्यवस्था चैपट हो गयी।
यह ड्रामा सिर्फ जनता का ध्यान बांटने के लिए रचा गया था। सपा ने जो घोषणा पत्र जारी किया है, वह सिर्फ औपचारिकता निभाने वाला है। उन्होंने कहा कि सपा, भाजपा और कांग्रेस सब एक ही थाली के चट्टे-बट्टे है।
मशरूर हसन ने यह उद्गार नई सड़क चौराहा स्थित पार्टी कार्यालय पर बैठक को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सपा, भाजपा व कांग्रेस दलित विरोधी हैं। सपा, भाजपा मिलकर प्रदेश में साम्प्रदायिक दंगे कराना चाहती है।
प्रदेश मे ध्वस्त कानून व्यवस्था के चलते आए दिन लूट, हत्याएं व बलात्कार बढ़ गए हैं। जिससे दिन में भी महिलाएं घरों से निकलने मे डरती हैं। सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को हटाने के लिए मुलायम सिंह ने परिवारवाद का ड्रामा रचा था। जिसमें वह पूरी तरह सफल हो गए।
यादव परिवार के इस ड्रामे ने केन्द्र सरकार की नोटबन्दी को भी दबा दिया। श्री हसन ने कहा कि प्रदेश मे कांग्रेस का तो वजूद ही नहीं है। सपा का घोषणा पत्र औपचारिकता निभाने वाला है।
सपा ने एक परिवार, एक समुदाय विशेष और एक क्षेत्र का विकास किया है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आधे अधूरे निर्माणों का उद्घाटन कर वाहवाही तो लूट ली, लेकिन उनका अधूरा कार्य पूर्ण कौन करायेगा। जनता चुनाव मे ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेगी।