लखनऊ। समाजवादी पार्टी की मंगलवार को हुई विधानमंडल दल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सर्वसम्मति से सपा विधानमंडल दल का नेता चुन लिया गया। इसके अलावा विधायकों ने अखिलेश को विधान परिषद में नेता चुनने के लिए अधिकृत कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 28 मार्च को सपा एमएलए और एमएलसी की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में पूर्व मंत्री आजम खां और शिवपाल ने शिरकत नहीं की है। शिवपाल का बैठक में न आना अनायास नहीं है, लेकिन आजम खां का भी किनारा करने के मायने हैं।
उधर, सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि पार्टी के विधायक दल की बैठक में मुख्य रूप से सर्वश्री राम गोविंद चौधरी (नेता विरोधी दल), अहमद हसन, बलराम यादव, राजेंद्र चौधरी, बलवंत सिंह रामूवालिया, शैलेंद्र ललई, नरेश उत्तम, दुर्गा यादव, पारसनाथ यादव आदि उपस्थित रहे।
अखिलेश यादव को नेता विधानमंडल दल बनाने का प्रस्ताव पूर्व मंत्री बलराम यादव और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने किया। विधान परिषद में नेता चयन का अधिकार अखिलेश यादव को देने का प्रस्ताव पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी ने प्रस्तुत किया। बैठक को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनावों के नतीजों का जिक्र करते हुए कहा कि इन चुनावों में राजनीतिक भ्रष्टाचार का परिचय भाजपा ने कराया है।
भाजपा सरकार के पास उत्तर प्रदेश के विकास की कोई योजना नहीं है। झूठे वादों से यह सरकार बनी है। प्रदेश की जनता को सुनियोजित तरीके से गुमराह किया गया है। यह भ्रष्ट राजनीति का एक नया रूप सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि देश की राजनीति एक खतरनाक मोड़ पर है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ अपने कट्टरपंथी एजेंडा को भाजपा सरकारों के माध्यम से लागू करने की साजिश कर रहा है। देश का धर्मनिरपेक्ष स्वरूप इससे खतरे में पड़ जाने की आशंका है।
अखिलेश ने कहा कि समाजवादी सरकार ने जनता का पैसा जनहित के कार्यो में ही खर्च किया। फिजूलखर्ची और भ्रष्टाचार पर रोक लगाई। उन्होंने कहा कि हमें अपने सिद्धांतों और कार्यक्रमों को लेकर फिर जनता के बीच जाना है। अगले कुछ दिनों में प्रदेशवासी स्वयं महसूस करने लगेंगे कि वादे निभाने वाली समाजवादी सरकार और बहकाने वाली भाजपा सरकार में क्या अंतर है।उन्होंने सभी विधायकों, पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का तुरंत पार्टी के सदस्यता अभियान से जुड़ने के लिए आह्वान किया।