लखनऊ। नया आधार कार्ड बनवाने या संशोधित कराने में मनमाना शुल्क वसूलने वाले आधार केन्द्रों के खिलाफ यूआईडीएआई (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ) ने बड़ी कार्रवाई की है। यूआईडीएआई ने ऐसे 108 केंद्रों पर को काली सूची में डाला है। जनता से अवैध वसूली करने वालें इन सभी केंद्रो पर 10-10 हजार रुपए का जुर्माना भी ठोका गया है।
मिली शिकायतों, औचक निरीक्षण पर हुई कार्रवाई
यूआईडीएआई को जनता से काफी शिकायते मिल रही थी। यूआईडीएआई को आधार नामांकन (इनरोलमेंट) और संशोधन के लिए ऑपरेटरों द्वारा पैसा लिए जाने की शिकायतें मिली थी। जिस पर यूआईडीएआई ने इस बार सख्त कार्रवाई की है। मिली शिकायतों के आधार पर प्राधिकरण के क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ ने 61 आपरेटर्स को काली सूची (ब्लैक लिस्ट) में डाला। प्राधिकरण के अधिकारियों ने आधार नामांकन केन्द्रों का औचक निरीक्षण में 22 ऑपरेटर गोलमाल करते मिले थे। इन्हें भी काली सूची में डालकर इन पर भी 10-10 हजार का जुर्माना ठोका है। इसके साथ ही आधार बनवाने वाले लोगों से फीडबैक लेकर भी अधिक पैसा वसूलने वाले 25 आपरेटरों पर कार्रवाई करते हुए काली सूची में डाल दिया है। और 10-10 हजार का जुर्माना लगाया है। इस तरह से 108 आपरेटरों पर पर कार्रवाई की है। इन 108 ऑपरेटरों पर 10 लाख 80 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है।
यहां करे शिकायत, होगी कार्रवाई
आधार नामांकन नि:शुल्क किया जाता है। अगर कोई भी आधार नामांकन केन्द्र यानी आपरेटर किसी से पैसा लेता है तो लोग यूआईडीएआई के फोन नम्बर 0522-2304978 और 2304979 या ई-मेल uidai.lucknow@uidai.net.in पर इसकी शिकायत दर्ज करा सकता है। इसकी तुरंत जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
संशोधन के लिए 10 से 25 रुपए का शुल्क
नया आधार कार्ड बनवाने का कोई पैसा न दें। आधार कार्ड का नामांकन नि:शुल्क है। वहीं आधार संशोधन के लिए मामूली शुल्क लिया जाता है। यूआईडीएआई की डीडीजी रीमा होता सिंह ने बताया कि बायोमेट्रिक संशोधन, नाम, पता और मोबाइल संशोधन के लिए 25 रुपए पड़ते हैं। जबकि आधार खोजने और रंगीन प्रिंट के लिए 20 रुपए और ब्लैक एंड वाइट प्रिंट के लिए 10 रुपए का शुल्क पड़ता है।