नई दिल्ली। कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2016-17 के लिए भारत सरकार के साथ समझौता किया है। जहाजरानी मंत्रालय के सचिव राजीव कुमार और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के चेयरमेन और प्रबंधक निदेशक मधु एस नायर ने हस्ताक्षर किए।
समझौता ज्ञापन में विस्तीरित रूप से वित्त् वर्ष 2016-17 में कोचीन शिपयार्ड के लिए कामकाज मूल्यां कन मापदंड और लक्ष्या निर्धारित किये गये हैं। मंत्रालय समझौते की नियमित तौर पर समीक्षा करेगा और वित्तय वर्ष के अंत तक कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के कामकाज का मूल्यांकन कर इसे रेटिंग भी दी जाएगी। परिवहन मंत्रालय की महत्वारकांक्षी योजनाओं और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड की प्रगति योजनाओं को ध्यांन में रखते हुए इस समझौता ज्ञापन पत्र में लक्ष्यों को निर्धारित किया गया है। साथ ही इस समझौते में भारत सरकार की महत्वाकांक्षी नीति ‘मेक इन इंडिया’ को भी ध्या न में रखा गया है।
कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड इस समय लगभग 2800 करोड़ रुपये की दो बड़ी विस्तायरित योजनाओं पर काम कर रहा है। कोच्ची में 6000टी शिपलिफ्ट और कोच्ची पोर्ट ट्रस्ट से लीज पर ली गई लगभग 42 एकड़ भूमि पर सहायक स्था नांतरित सुविधाओं पर आधारित एक अंतर्राष्ट्रीय स्तीर का पोत मरम्मइत केन्द्रल निर्माणाधीन है। जब ये मरम्मात केन्द्रर काम करना शुरू कर देगा, तो इसके साथ ही बंदरगाह की पोत मरम्मऔत की क्षमता बढ़ जाएगी और कोच्चीट एक बड़े मरम्मड़त केन्द्र। के रूप में उभरेगा। इसके साथ ही कोच्चीर में कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के परिसर के भीतर 310एक्सर और 75/70 एम साइज का एक बड़ा ड्राई डॉक का निर्माण भी किया जाएगा, जो कि एलएनजी पोत जैसे आधुनिक पोत के निर्माण में यार्ड मुहैया करेगा।