लखनऊ। गोमतीनगर स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में जल्द ही किसी दुर्घटना में घायल हुए लोगों को भी इलाज मिलेगा। इसके लिए संस्थान ट्रॉमा सेंटर बनाएगा। संस्थान के अफसरों ने गोमतीनगर व फैजाबाद रोड स्थित सरकारी जमीनें भी देखना शुरू कर दिया है। संस्थान के निदेशक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को परियोजना के बारे में बताया। इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी की सेहत का हाल लेने बुधवार को लोहिया संस्थान पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने निदेशक डॉ. दीपक मालवीय से संस्थान के बारे में विस्तार से जाना। निदेशक ने बताया कि इसी सत्र से एमबीबीएस पाठ्यक्रम शुरू करने का लक्ष्य है। इसके लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) के मानकों को पूरा किया जा रहा है। मानक के अनुसार सभी विभाग खोले जा चुके हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को यह भी बताया कि संस्थान की ट्रॉमा सेंटर बनाने की योजना है। इसके लिए संस्थान के आस-पास पड़ी सरकारी जमीन की तलाश शुरू कर दी है। दो स्थानों को देखा गया। जल्द ही इस सम्बंध में प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जाएगा। निदेशक ने मुख्मयंत्री को बताया कि यदि संस्थान के आस-पास जमीन मिलती है तो मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने में मदद मिलेगी। मरीजों को ट्रॉमा से संस्थान में शिफ्ट करने में अड़चन भी कम होगी। ट्रॉमा सेंटर की बिल्डिंग करीब 14 मंजिल की होगी। जमीन व भवन निर्माण के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद नवम्बर से निर्माण कार्य शुरू कराया जा सकता है।
लोहिया के विस्तार में कोई रूकावट नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोहिया संस्थान पीजीआई की तरह काम कर रहा है। इसे और बेहतर करने की दिशा में कदम उठाए जाएं। लोहिया संस्थान के विस्तार में किसी भी तरह की रूकावट नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि एमबीबीएस कोर्स शुरू करने में भी किसी भी तरह की अड़चन नहीं आनी चाहिए।