मुंबई : घरेलू बाजारों में मंगलवार को बने दबाव के कारण शेयर बाजारों ने चार महीने की बढ़त को खो दिया है. इसी का नतीजा रहा कि मंगलवार को सेंसेक्स और निफ्टी 0.25 फीसदी से अधिक कमजोर होकर बंद हुए.
कमजोरी के इस माहौल में निफ्टी 8800 के नीचे ही बंद हुआ है, जबकि सेंसेक्स में करीब 104 अंकों की गिरावट दर्ज की गयी. कारोबार के दौरान निफ्टी ने 8741 तक गोता लगाया और सेंसेक्स में 200 अंकों की कमजोरी आयी थी.
मंगलवार को कारोबार के दौरान मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में सुस्ती देखने को मिली. बीएसई के मिडकैप इंडेक्स में 0.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी, जबकि निफ्टी का मिडकैप 100 इंडेक्स 0.5 फीसदी गिरा. बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स सपाट होकर बंद हुआ.
मेटल, फार्मा, ऑटो, ऑयल एंड गैस और पावर शेयरों में बिकवाली से बाजार पर दबाव देखने को मिला है. निफ्टी के मेटल इंडेक्स में 1.3 फीसदी, फार्मा इंडेक्स में 1 फीसदी और ऑटो इंडेक्स में 1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी है.
बैंक निफ्टी 0.25 फीसदी तक गिरकर 20,327 के स्तर पर बंद हुआ है, जबकि निफ्टी का सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंक इंडेक्स 0.5 फीसदी बढ़ा. बीएसई के ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 0.8 फीसदी की कमजोरी आयी है. हालांकि, कैपिटल गुड्स और पावर शेयरों में अच्छी खरीदारी आयी है.
बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 104 अंक यानि 0.4 फीसदी की गिरावट के साथ 28,335 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं, एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 33 अंक यानि 0.4 फीसदी तक गिरकर 8,768 के स्तर पर बंद हुआ है.
मंगलवार के कारोबार में दिग्गज शेयरों में टाटा मोटर्स, टाटा मोटर्स डीवीआर, कोल इंडिया, ओएनजीसी, हिंडाल्को, अदानी पोर्ट्स और ल्यूपिन 3.6-1.7 फीसदी तक गिरकर बंद हुए. हालांकि, दिग्गज शेयरों में बीएचईएल, बीपीसीएल, बैंक ऑफ बड़ौदा, एलएंडटी, मारुति सुजुकी, इंफोसिस और एशियन पेंट्स 5.6-0.5 फीसदी तक मजबूत हुए.