प्रशासक विक्रम देव दत्त ने दमण-दीव के मछुआरों की सुरक्षा के हित में उठाया महत्वपूर्ण कदम – डिस्ट्रेस अलर्ट ट्रांसमीटर सिस्टम (डीएटीएस) समुद्र में मछुआरों के लिए 108 एम्बुलेंस की तरह करेगा कार्य
दमण 29 मई, असली आजादी संवाददाता। संघ प्रदेश दमण-दीव एवं दानह प्रशासक विक्रम देव दत्त ने मछुआरों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने मछुआरों के हित में पहल करते हुए आगामी नारियल पूर्णिमा से प्रारंभ होने वाले मत्स्य व्यवसाय तक दमण एवं दीव के सभी बड़े ट्रोलर एवं बड़ी बोटों में डिस्ट्रेस अलर्ट ट्रांसमीटर सिस्टम नि:शुल्क लगाने का निर्णय लिया है। यह डिस्ट्रेस अलर्ट ट्रांसमीटर सिस्टम उन ट्रोलरों एवं बोटों मे लगाया जायेगा जो एक से ज्यादा दिन समुद्र में मच्छीमारी करती है। मत्स्य सचिव विनोद कावले ने प्रशासक विक्रम देव दत्त के दिशानिर्देश में डी.ए.टी.एस. लगाये जाने के लिए अहम कदम उठाया है। ताकि मछुआरों को मछली पकड़ने के लिए समुद्र में आने वाली आपदाओं से बचाया जा सके। इस संदर्भ में डी.ए.टी.एस. की खरीदी के लिए मत्स्य उद्योग विभाग टेंडर निकालने जा रहा है। यह डिस्ट्रेस अलर्ट ट्रांसमीटर सिस्टम (डी.ए.टी.एस.) समुद्र में मछुआरों के लिए 108 एम्बुलेंस की तरह कार्य करते हैं। मच्छीमारी के समय आपदा आने पर एक बटन दबाते ही सेटेलाइट की मदद से कोस्टगार्ड के बचाव सेंटर पर सूचना जी.पी.एस. नक्शे की जानकारी के साथ पहुंच जाती है, जिससे समय रहते कोस्टगार्ड की मदद पहुंचाई जा सकती है। यह उपकरण बहुत ही छोटे 1 वर्गफीट के आकार का है जिसे बोट में बड़ी आसानी के साथ लगाया जा सकता है और किसी भी जगह रखा जा सकता है। यह उपकरण अन्य तटीय राज्यों के मछुआरें के द्वारा उपयोग में लाया जा रहा है।
