लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा है कि दलित उत्पीड़न मामले में उनका दिया गया बयान शरारतपूर्ण और राजनीति से प्रेरित है। दलितों पर होने वाले जातिवादी अत्याचार व बर्बर व्यवहार मामले में भाजपा व प्रधानमंत्री की सहानुभूति नहीं, बल्कि दोषियों के ख़िलाफ सख़्त क़ानूनी कार्रवाई चाहिये।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के भावुक होकर दलितों को मारने की बजाय खुद को मारने की भावुक अपील सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का राजनैतिक हथकंडा है। वे भावुक ना बनें बल्कि देश व राज्यों में कानून का राज सख़्ती से स्थापित कर इन्साफ देना सुनिश्चित करें। यह उनकी संवैधानिक ज़िम्मेदारी भी है। सुश्री मायावती ने जारी एक बयान में कहा है कि प्रधानमंत्री देश की ज्वलन्त समस्याओं पर कभी बोलते नहीं हैं। लेकिन जब कुछ बोलते हैं तो समस्या सुलझने के बजाय और ज़्यादा उलझ जाती है। पीएम दलित उत्पीड़न का राजनैतिक फायदा उठाने की कोशिश करने की बजाय उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात करने में रुचि रखें।