लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. मसूद अहमद ने सोमवार को कहा कि धान की फसल तैयार होने को है। इसके बाद गन्ने की फसल भी आ जायेगी परन्तु सरकार ने अब तक न तो धान के क्रय केन्द्रों की घोषणा की और न ही समर्थन मूल्य घोषित किया है। यही स्थिति गन्ने की फसल की भी है।
डाॅ. अहमद ने यहां कहा कि कृषि प्रधान देश होते हुये भी सरकार का रवैया किसान विरोधी है। वास्तव में फसल की बुवाई शुरू होते ही समर्थन मूल्य की घोषणा हो जानी चाहिए ताकि किसान मन लगाकर अधिक से अधिक फसल तैयार करें। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश का किसान खुशहाल होगा तभी व्यापारी और अन्य वर्ग भी खुशहाली का अनुभव कर सकेगा। प्रदेश की आम जनता का भला मेट्रो और एक्सप्रेस वे से नहीं होना है। जब देश का किसान दुखी रहेगा तो उत्तम प्रदेश की कामना करना बेईमानी होगी।
रालोद अध्यक्ष ने कहा कि किसानों की अवहेलना सरकार को महंगी पड़ेगी और वर्ष 2017 के विधान सभा चुनाव में प्रदेश का किसान स्व.चौ.चरण सिंह के सपनों का भारत बनाने के लिए राष्ट्रीय लोकदल के नेतृत्व में किसानों की सरकार बनायेगा।