नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने आज कहा कि जो लोगों अधिक मूल्य वाले नोटों को चलन से वापस लेने के विरुद्ध हैं उन्हें अपना गुस्सा काला धन पैदा करने वालों के प्रति निकालना चाहिए न कि सरकार की आलोचना करनी चाहिए।
केंद्रीय शहरी विकास तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि अभी महसूस की जाने वाली परेशानियां दीर्घकालिक लाभ बन सकती हैं। उन्होंने कहा कि जिनके पास गलत पैसा है उन्हें ही चिंता करने की जरुरत है।
उन्होंने कहा,‘‘दीर्घकालिक लाभ के लिए अभी पीडा उठाइये। यदि आपके पास वैध धन है तो यह अमान्य नहीं होगा। यदि आपके पास अवैध धन है तो केवल आपको चिंता होनी चाहिए।” नायडू ने कहा, ‘‘इस कदम की अधिकतर आर्थिक विशेषज्ञ और आम आदमी सराहना कर रहे हैं। लोग प्रधानमंत्री की तारीफ कर रहे हैं।
” उन्होंने कई ट्वीट कर कहा, ‘‘सरकार की आलोचना करने के बजाय राजनीतिक नेताओं को अपनी गुस्सा की दिशा काला धन पैदा करने वालों और कारोबजारियों की तरफ करनी चाहिए।
” केंद्रीय मंत्री ने कहा कि काले धन के प्रति इस पहल के कारण लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ कर रहे हैं। नायडू ने कहा कि 1978 में जब अंतिम बार नोटबंदी हुई थी तब अर्थव्यवस्था बहुत छोटी थी और उच्च गुणक वाले नोट 10 प्रतिशत से कम हुआ करते थे। किन्तु अब ये 86 प्रतिशत हैं।
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