नई दिल्ली। भाजपा संसदीय दल की मीटिंग में पीएम मोदी ने मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में पार्टी सदस्यों की उपस्थिति कम रहने पर खरी-खोटी सुनाई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बड़ी संख्या में सांसदों की अनुपस्थिति के चलते संसद का कोरम पूरा नहीं हो पा रहा है। उन्होंने भाजपा सांसदों को संसद में मौजूदगी दर्ज कराने के लिए सख्त निर्देश दिए।
भाजपा संसदीय दल की बैठक में छह अप्रैल को भाजपा के स्थापना दिवस समारोह को जोरशोर से मनाने पर जोर दिया गया। इस दौरान पीएम मोदी ने कटाक्ष करते हुए यहां तक कहा कि एक समय संघ के एक बड़ें नेता ने कहा था कि हमारे प्रचारक इतने व्यस्त हो गए है कि संघ की शाखा में नहीं आ पा रहे हैं।
पीएम ने इस उदाहारण को बताने के साथ कहा ऐसा लगता है कि हमारे सांसद भी इतने व्यस्त हो गए है कि वे संसद में अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा पा रहे हैं।
पीएम मोदी ने सांसदों को यह भी कहा कि मैं आपके लिए सब कुछ कर सकता हूं लेकिन संसद में हाथ से हस्ताक्षर नहीं कर सकता। जनता ने आपको काम करने के लिए संसद भेजा है।
गौरतलब है कि संसद और राज्यसभा में सांसदों के अनुपस्थित रहने से कोरम पूरा ना होने कि शिकायतें सामने आ रही थी जिसके बाद पीएम मोदी ने आज भाजपा संसदीय दल की मीटिंग में सांसदों से बात करते हुए यह बात कही है।
पीएम मोदी ने दिखाएं सख्त तेवर-
मोदी ने सख्त लहजे में कहा कि सांसदों का संसद में हाजिर होना जरूरी है, नहीं आए तो वजह बतानी होगी। मोदी ने यह भी कहा कि सांसदों को बार-बार सदन में बुलाना पड़ता है।
संसद में सांसदों की अनुपस्थित पर पीएम मोदी ने गुस्से में कहा, ‘सांसदों को सदन में रहना होगा। मैं किसी सेंट्रल हॉल को नहीं जानता।’ संसदीय दल की बैठक में भाजपा सांसदों को सख्त निर्देश देते हुए मोदी ने कहा कि मैं किसी भी सांसद को बुला सकता हूं, कोई सांसद नहीं मिला तो फोन पर बात करूंगा।