पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्व के बारे में उनके किसी खास ने ऐसी बातें बताई हैं जो आपके दिल में उनकी इज्जत और बढ़ा देंगी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को यह हिल स्टेशन बेहद पंसद था। शांति और सुकून की तलाश में वह साल में दो बार यहां आते थे।
अटल बिहारी वाजपेयी ऐसा नेता हैं जिनकी तारीफ पक्ष ही नहीं उनके राजनीतिक विरोधी भी करते हैं। आज जब वह गंभीर हालत में एम्स में भर्ती हैं तो पूरे देश में शोक की लहर है।
अटल बिहारी वाजपेयी को मसूरी की शांत वादियों से बेहद लगाव था। साल में कम से कम दो बार वे मसूरी जरूर आते थे।
वहीं देहरादून में अटल बिहारी वाजपेयी मित्तल परिवार के पैतृक आवास पर रुकते थे। बता दें कि स्वर्गीय नरेंद्र स्वरूप मित्तल मूलरूप से जनसंघ से जुड़े थे। इनसे अटल बिहारी के पारिवारिक रिश्ते थे।
मित्तल परिवार के सदस्य आज भी अटल बिहारी वाजपेयी की यादें संजाये हुए है। परिवार के सदस्य बताते हैं कि अटल पुनीत के विवाह समारोह में पहुंचे और खुद पुनीत का हाथ पकड़ते हुए विवाह पंडाल की ओर लेकर गए।
ये ही नहीं, करीब 3 से 4 घंटे विवाह समारोह में रहने के बाद खुद वह पुनीत के पास गए और बोले कि आज दूल्हे राजा से इजाजत लेनी जरूरी है। अब मैं जा सकता हूं। परिवार के सदस्य बताते हैं कि पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी स्वाभाव से सरल और व्यवहार में कुशल थे। वह हर किसी से बड़े ही सहज अंदाज में मिलते थे।
Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper National Hindi News Paper, E-Paper & News Portal