मथुरा: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बुधवार को कहा कि अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम में संसद द्वारा हाल ही में किए गए परिवर्तन के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सबसे ज्यादा जिम्मेदार है. उन्होंने कहा, ‘‘बीजेपी ही हर चुनाव से पहले यह प्रचार करती आई है कि हमें वोट दो. हम एससी/एसटी अधिनियम खत्म करा सकते हैं. उसने (बीजेपी) धोखा दिया है, तो उसे दंड दिया जाना चाहिए.’’ दिग्विजय वृन्दावन में आयोजित शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती के जन्मोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए थे.
डीजल-पेट्रोल के भाव और रुपए में सेंचुरी बनाने की होड़
उन्होंने कहा, ‘‘भारत में संविधान सर्वोपरि है. संविधान ही लोकसभा, राज्यसभा सहित विधानसभाओं और विधान परिषदों को अधिकार देता है कि वे जनता के हित में कानून बनाएं और जब ये संस्थाएं सर्वसम्मति से कोई कानून पारित करती हैं, तो उस पर कैसे उंगली उठाई जा सकती है.’’ पत्रकारों से बातचीत में एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा, ‘‘आजकल डीजल-पेट्रोल के भाव और रुपए के बदले में डॉलर के मूल्यों में लगातार हो रही वृद्धि में होड़ लगी हुई है कि पहले कौन ‘‘सेंचुरी’’ बनाएगा. रुपया लगातार गिर रहा है.
कांग्रेस धार्मिक मुद्दों पर नहीं करती राजनीति- सिंह
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे तो ऐसा प्रतीत होता है इस समय देश में 1977 के चुनावों के पहले की स्थिति बन गई है. तमाम चीजों को लेकर जनता में चुप्पी छाई हुई है. कोई कुछ बोल नहीं रहा है, जिससे मालूम पड़ता है कि वे 2019 के लोकसभा चुनावों में ही इन सब का जवाब देने की मंशा रखती है.’’ राम मंदिर के मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर सिंह ने कहा, ‘‘इस मामले पर कांग्रेस का रुख स्पष्ट है. वह धार्मिक मुद्दों पर राजनीति नहीं करती, जबकि बीजेपी निजी स्वार्थ के लिए धर्म का दुरुपयोग करती है. धर्म के नाम पर चंदा इकट्टा करती है. हाल ही में अखाड़ा परिषद के महंत ने आरोप लगाया था कि बीजेपी वाले 14 सौ करोड़ रुपए खा गए. इस बारे में उनसे पूछा जाना चाहिए कि इतनी बड़ी रकम कहां गई.
Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper National Hindi News Paper, E-Paper & News Portal