नई दिल्ली। नेशनल कान्फ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि पथराव करने वाले युवक अपनी जान पर्यटन के लिए नहीं बल्कि कश्मीर मुद्दे को अपने लोगों की इच्छा के अनुरूप सुलझाने के लिए दे रहे हैं। उन्होंने पत्थरबाजों का तारीफ करते हुए कहा कि जो लोग पत्थर फेंक रहे हैं वे राष्ट्रहित की जंग लड़ रहे हैं।
अब्दुल्ला ने यहां सोनावार में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, यदि वह (पथराव करने वाला युवक) अपनी जान दे रहा है, वह पर्यटन के लिए नहीं कर रहा है। वह अपनी जान इसलिए दे रहा है ताकि इस देश के भाग्य का निर्णय हो सके जो इस स्थान के लोगों को स्वीकार्य हो। इसे समझने की जरूरत है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कही जो उन्होंने गत दो अप्रैल को चेनानी-नाशरी सुरंग के उद्घाटन के दौरान दिया था। मोदी ने तब कहा था कि कश्मीर के युवा को पर्यटन और आतंकवाद के बीच चयन करना होगा।
उन्होंने कहा, हाल में सुरंग शुरू की गई। उन्होंने (प्रधानमंत्री) कहा कि यहां के युवाओं को सोचना होगा कि उन्हें पर्यटन चाहिए या आतंकवाद। मैं मोदी साहब से कहना चाहता हूं कि पर्यटन हमारी जीवन रेखा है, इसमें कोई संदेह नहीं है। अब्दुल्ला ने कहा, यद्यपि वह एक पथराव करने वाला है। उसका पर्यटन से कोई लेना देना नहीं। वह भूखे मर जाएगा लेकिन वह देश के लिए पथराव कर रहा है और इसे समझने की जरूरत है।
अब्दुल्ला श्रीनगर लोकसभा उपचुनाव में विपक्षी नेशनल कान्फ्रेंस और कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। लोकसभा सीट के लिए मतदान नौ अप्रैल को होगा।