बिहार सरकार ने राज्य के सभी 80 हजार विद्यालयों को प्रार्थना के समय लाउडस्पीकर इस्तेमाल करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आर के महाजन ने सभी डीईओ, डीपीओ को निर्देश दिए हैं कि प्रार्थना सभा के समय प्राथमिक, माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में लाउडस्पीकर का प्रयोग किया जाए। ऐसा विद्यालयों के गुणवत्तापूर्वक संचालन हेतु किया जा रहा है। पत्र में कहा गया है कि सभी विद्यालयों को प्रार्थना के वक्त ‘तू ही राम है रहीम है’ और राज्य गीत ‘मेरी रफ्तार पे सूरज की किरण राज करे, ऐसी परवान दे मालिक कि गगन राज करे’ गाना जरूरी है।
पत्र में नैतिक शिक्षा से संबंधित पाठ, प्रेरणादायक उपाख्यान और अखबार पढ़ाने को भी प्रार्थना में शामिल करने को कहा गया है। इतना ही नहीं प्रार्थना के वक्त बच्चों के अलावा विद्यालय प्रधान और सभी शिक्षकों को भी उपस्थित रहने को कहा है। ऐसा पहली बार हो रहा है जब राज्य में इस तरह के निर्देश जारी किए गए हैं। विद्यालयों को सरकार की ओर से लाउडस्पीकर के लिए फंड उपलब्ध कराया जाएगा। उन्हें विद्यालय विकास फंड के तहत 12,500 रुपये से एक लाख रुपये तक दिए जाएंगे। पैसे देने से पहले छात्रों की संख्या देखी जाएगी और फिर उसी हिसाब से लाउडस्पीकर के लिए फंड दिया जाएगा।
मुख्य सचिव ने ये पत्र गुरुवार को दिया और शुक्रवार तक सभी को लाउडस्पीकर खरीदने को कहा है। सरकार के इस फैसले पर बिहार माध्यमिक शिक्षा संघ के जनरल सेक्रेटरी और पूर्व विधायक शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि लाउडस्पीकर को अनिवार्य करने से राज्य के राजकोष का नुकसान होगा। लाउडस्पीकर से केवल ध्वनि प्रदूषण फैलता है, जबकि विद्यालय एक ऐसी जगह है जहां शांति होनी चाहिए।
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