देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। बीजेपी ने प्रदेश में कई बागियों को टिकट दिया। जिसके बाद पार्टी के पुराने नेताओं में बगावत के सुर उठ गए है। जिसे देखते हुए अब भी ने अपने 29 नेताओं और कार्यकर्ताओं को 6 साल के लिए पार्टी से बाहर निकाल दिया हैउत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले हुई बगावत
बीजेपी ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों, निर्दलीय चुनाव उतरने और बागियों को समर्थन करने वाले 29 नेताओं और कार्यकर्ताओं को 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है। 11 विधानसभा क्षेत्रों में अनुशासनहीनता के दायरे में आए लोगों को पार्टी से बाहर किया गया है।
इन नेताओं को पार्टी से किया बाहर
प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के निर्देश पर महामंत्री नरेश बंसल ने थराली से गुड्डू राम, टिहरी विधानसभा से संजय मैठानी, मसूरी विधानसभा से राजकुमार जैसवाल, ज्वालापुर विधानसभा सुभाष चंचल, झबरेड़ा से हरपाल हवलदार, यमनोत्री विधानसभा रणवीर सिंह, पौड़ी से मनोहरलाल पहाड़ी, गंगोलीहाट से खजान गुड्डू, रानीखेत हिमानी नैनवाल को छह वर्ष के लिए निष्कासित किया गया है।
इनमें से कुछ निर्दलीय मैदान में हैं जबकि कुछ ने पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ काम किया है। इसके अलावा गंगोत्री विधानसभा से मुरारी लाल भट्ट, सत्ये सिंह राणा, महेश पंवार, बुद्धि सिंह पंवार, जगमोहन रमोला, हरीश नौटियाल, खुशाल सिंह नेगी, धृपाल सिंह, पोखरियाल और राजेश सेमवाल को निष्कासित किया है।
ऋषिकेश विधानसभा से गोविंद अग्रवाल, ज्योति सजवाण, जयद्रथ शर्मा, किशन नेगी, रमन नैनी, प्रदीप दुबे, सतीष दुबे, पंकज गुप्ता, बलवीर चौहान तथा रायपुर विधानसभा से महेंद्र नेगी को पार्टी ने 6 बरस के लिए निष्कासित किया है।
बता दें कि प्रदेश में 15 फरवरी को मतदान होना है। वहीं 11 मार्च को नतीजे आएंगे। अब बीजेपी का ये फैसला उसके लिए मुश्किल खड़ा कर सकता है।