अपने रणनीतिक संबंधों में तेजी लाने के प्रयास के तहत भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने आज समग्र रणनीतिक साझेदारी के अलावा रक्षा, सुरक्षा, व्यापार एवं उर्जा जैसे अहम क्षेत्रों में एक दर्जन से अधिक समझौतों पर हस्ताक्षर किए तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह सहयोग संबंधों में एक नयी उड़ान का संकेत है। हालांकि यूएई ने 75 अरब डालर के निवेश कोष का जो वादा किया है, वह करार इन 14 समझौतों में शामिल नहीं है। इन समझौतों पर मोदी एवं अबू धाबी के शहजादे शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाहयान के बीच बातचीत के बाद दस्तखत हुए।
अल नाहयान कल गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि होंगे। वह मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों एवं बड़े उद्योगपतियों के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ कल यहां पहुंचे। अल नाहयान के साथ अपनी बातचीत को ‘फलदायी एवं उपयोगी’ करार देते हुए मोदी ने उनके संग संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि द्विपक्षीय संबंधों के व्यापक दायरे पर बातचीत हुई।
मोदी ने कहा, ‘हमने अपनी समग्र रणनीतिक साझेदारी को उद्देश्यपरक एवं कार्योन्मुखी बनाने के लिए सहयोग का महत्वाकांक्षी रोडमैप तैयार किया है। अभी अभी जिस करार का विनिमय हुआ है, उसने इस समझ को संस्था का रूप प्रदान किया है। ’ उन्होंने कहा कि सुरक्षा एवं रक्षा सहयोग ने इस संबंध को नया आयाम प्रदान किया है एवं घनिष्ठ संबंध का न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए महत्व है। जारी