लखनऊ। बहुजज समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने प्रधामंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को गुरु व चेला की संज्ञा दी और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को बबुआ का नाम देते हुए मुसलमानों से इन लोगों के बहकावं में नहीं आने का आगाह करते हुए बसपा के पक्ष में मतदान करके बहुमत की सरकार बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खुशहाली लाने और कानून का राज कायम करने के लिए बसपा की सरकार जरुरी है।
मायावती बुधवार को सोनभद्र में चुनावी रैली को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने भाजपा व सपा गठबन्धन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह के बहकावे में आने से जनता को आगाह किया और कहा कि केन्द्र की सरकार ने लगभग तीन साल में प्रदेश के विकास के लिए कोई काम नहीं किया है और लोस चुनावव में विदेशों से कालाधन वापस लाकर प्रत्येक व्यकि्त के खाते में 15 सेबीस लाख रुपये जमा करने की बात कही थी किन्तु अभी तक किसी के भी खाते में एक रुपया भी नहीं जमा किया है।
इसके अलावा मोदी ने लोकसभा चुनाव में जनता के अच्छे दिन लाने के लिए जो वादा किया था उसे भी पूरा नहीं किया है। उन्होंने सपा गठबन्धन को कठघरे में खडा करते हुए कि सपा के पांच साल में कानून व्यवस्था बद से बदतर हो गयी है और बहन बेटियों की इज्जत सुरक्षित नहीं है। आऐ दिन अपराध कीघटनाएं हो रही है जिससे जनता में भय व्याप्त है।
उन्होंने कहा कि मुसलमान भाजपा व सपा गठबन्धन को मत देकर खराब नहीं करे बल्कि बसपा की सरकार बनाने के लिए उसके पक्ष में मतदान करे ताकि बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बने। उन्होंने कहा कि बसपा सरकार में पूर्व की भांति प्रदेश में विकास किया जा सके और कानून का राज कायम किया जा सके।
नोटबन्दी पर केन्द्र सरकार के फैसले की आलोचना करते हुए मायावती ने कहा कि मोदी का नोटबन्दी का निर्णय जनता को अन्यन्त पीड़ा देने वाला रहा है। नोटबन्दी से प्रदेश के समाज के सभी वर्गो को कष्ट हुआ है। मायावती ने यह भी कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने बसपा शासन में चलाई गयी अनेक योजनाओं का नाम बदल कर चला रही है।