मिर्जापुर। जिले में गंगा नदी का जलस्तर सोमवार की सुबह खतरे के निशान को पार करते हुए 78.260 मीटर पहुंच गया। जलस्तर में हो रही बृद्धि के कारण गंगा के तटवर्ती इलाकों के लगभग डेढ़ सौ गांव पानी से घिर गये हैं।जिले में गंगा के जलस्तर में हुई वृद्धि से गंगा ने खतरे के निशान को पार कर लगभग डेढ़ मीटर के ऊपर बह रही है, जिससे नदी के तटवर्ती इलाकों के लोग सहमे हुए हैं। एक मीटर प्रति घंटे की दर से बढ़ रहे गंगा के जल से जनपद के छानवे, कोन, मझवां, सीखड, पहाड़ी व नरायनपुर विकास खंड के लगभग डेढ़ सौ गांव बाढ़ की चपेट में आ गये हैं।प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा अधिनस्त अधिकारियों को भ्रमण कर स्थिति को नियंत्रित करने तथा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का निर्देश दिया गया। लोग खुद भी अपने को बाढ़ से घिरता देख पशुओं और सामानों के साथ सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। सोमवार की दोपहर मीरजापुर औराई मार्ग स्थित टेढ़वा में तथा विंध्याचल क्षेत्र के अमरावती चैराहे के समीप गोसाई पुरवा में बाढ़ का पानी सड़क पर आ गया है।जिलाधिकारी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि शासन से राष्ट्रीय आपदा राहत दल को भेजने की मांग की गई है। दल के ठहरने के लिए कछवां स्थित गांधी विद्यालय को खाली करा दिया गया है पर उनके आने का अभी तक संकेत नहीं मिला है। उम्मीद है कि शाम तक टीम जिले में पहुंच जायेगी।