नई दिल्ली। देश की दूसरी सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी यूनिटेक के एमडी संजय चंद्रा एक बार फिर मुश्किल में हैं। दिल्ली पुलिस की ईडब्ल्यूओ सेल ने यूनिटेक के एमडी संजय चंद्रा को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस संजय को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश करेगी। पुलिस ने उनके दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है।
संजय चंद्रा और अजय चंद्रा को 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। तीन अप्रैल को कोर्ट में दोनों की अगली पेशी होगी। संजय चंद्रा पर एक प्रोजेक्ट का पैसा दूसरे प्रोजेक्ट में लगाने और फिर उस पैसे को विदेश भेजने का आरोप है। संजय के खिलाफ यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी उनके खिलाफ ऐसे कई मामले दर्ज हो चुके हैं।
यह मामला एक अपार्टमेंट के निर्माण से जुड़ा है। दरअसल, संजय की कंपनी यूनिटेक ने ग्रेटर नोएडा में एक अपार्टमेंट बनवाया था। जिसमें हर साल 11 फीसदी ब्याज देने की बात कही गई थी। उस अपार्टमेंट में संजय कालरा और देवेश वाधवा ने अपने नाम पर प्रापर्टी खरीदी थी। लेकिन यूनिटेक अपनी परियोजना समय से पूरा नहीं कर पाई।
इसके बाद कंपनी अपने वादे से पलट गई और ब्याज देने से भी मना कर दिया। तब परेशान होकर सीए संजय कालरा और उनके बिजनेस पार्टनर देवेश वाधवा ने यूनिटेक के चेयरमैन रमेश चंद्रा, एमडी संजय चंद्रा, अजय चंद्रा और निदेशक मिनोती बाहरी पर केस दर्ज किया था। पिछले साल भी यूनिटेक के बॉस संजय को धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया था। जमानत न मिलने की वजह से उन्हें एक रात तिहाड़ जेल में गुजारनी पड़ी थी।
देश के यंग एंटरप्रेन्योर्स की लाइन में आगे रहने वाले संजय की गिरफ्तारी ना सिर्फ यूनिटेक और यूनिनॉर के लिए बड़ा झटका है, बल्कि कॉरपोरेट इंडिया की इमेज पर भी दाग लग गए हैं। बतातें चले कि संजय चंद्रा का नाम पहली बार तब सुर्खियों में आया था, जब 2009 में 7,000 करोड़ रुपए के लोन की वजह से उनकी कंपनी यूनिटेक चर्चा में आ गई थी। इसके थोड़े दिनों बाद ही 2जी लाइसेंस बंटवारे की सीएजी जांच में यूनिटेक-टेलीनॉर डील संदेह के घेरे में आई थी।
फिर 2 अप्रैल 2011 को जब सीबीआई ने 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में चार्जशीट दाखिल की, तो उसमें जिन लोगों को आरोपी बनाया गया था, उनमें संजय चंद्रा का नाम भी शामिल था। फिलहाल अदालत ने एमडी संजय चंद्रा और अजय चंद्रा को 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। 3 अप्रैल को कोर्ट में दोनों की अगली पेशी होगी।