नई दिल्ली। आंध्रप्रदेश सरकार ने पिछले साल आत्महत्या करने वाले हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पीएचडी स्कॉलर रोहित वेमुला का अनुसूचित जाति (एससी) का सर्टिफिकेट रद्द करने का फैसला किया है।
खबराें की मानें ताे सरकार ने रोहित वेमुला की मां राधिका को 2 हफ्ते का समय दिया है ताकि वह खुद काे दलित साबित कर सकें। इसके लिए उन्हें दस्तावेज दिखाने होंगे और एेसा नहीं करने पर उनके दोनों एससी सर्टिफिकेट रद्द कर दिए जाएंगे। वहीं, कहा जा रहा है कि रोहित और उनकी मां ने धोखे से एससी सर्टिफिकेट बनवाएं हैं और वह आर्थिक पिछले वर्ग (ओबीसी) से आते हैं।
वहीं राधिका का कहना है कि यह इस मामले को कमजोर करने की साजिश है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह सब बीजेपी नेताओं और वाइस चांसलर को बचाने के लिए हो रहा है। वह एक एससी परिवार में पैदा हुई थीं और बाद में उन्हें अन्य परिवार ने अपना लिया। पिछले साल जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को बताया था कि रोहित अनुसूचित जाति से है।
उन्होंने इसकी फिर से जांच का आदेश दिया था। जिला स्तरीय समीक्षा समिति की जांच के मुताबिक, रोहित और उनकी मां का स्टेटस ओबीसी था।