लखनऊ। जिले में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराना पहली प्राथमिकता है। विधानसभा चुनाव में चुनाव आयोग के नियमों का अक्षरत: पालन किया जाएगा।
चुनाव कराने के साथ ही फरियादियों की समस्या का निदान भी किया जाएगा। यह बात जिले के नए जिलाधिकारी गौरी शंकर प्रियदर्शी ने कलेक्ट्रेट कार्यालय में चार्ज ग्रहण करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त जिले में उनकी तैनाती की गई है। चुनाव के लिए आयोग के तीनों पहलुओं स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराया जाएगा। इसके लिए उनका फोकस इलेक्शन मैनेजमेट पर होगा।
अम्बेडकर स्मारक और अन्य स्मारक पर हाथी की मूर्तियों के ढकने के सवाल पर कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है, आयोग के नियमों का पूर्णतया पालन किया जाएगा।
इससे पहले उन्होंने कोषागार के डबल लॉक में पहुंचकर जनरल स्टाम्प, कोर्ट फीस स्टाम्प रेवेन्यू स्टाम्प आदि के रजिस्टर पर हस्ताक्षर कर चार्ज लिया। इसके बाद सीडीओ प्रशांत शर्मा से जिलाधिकारी का चार्ज लिया।
चार चुनाव का है अनुभव
नए जिलाधिकारी चुनाव सम्पन्न कराने में बेहद अनुभवी माने जाते है। उन्होंने अपने कार्यकाल में चार चुनाव को स्वतंत्र, शांतिपूर्ण और निष्पक्ष कराने का अनुभव रहा है। वे वर्ष 2007 और 2012 का विधानसभा चुनाव और का बेहद 2009 और 2014 का बतौर डीएम रहते चुनाव सम्पन्न करा चुके है।
नौ जिलों में रह चुके है डीएम
गौरी शंकर प्रियदर्शी मूलता दिल्ली के निवासी है। 2002 बैंच के यूपी कॉडर के आईएएस अफसर है। लखनऊ से पहले श्री प्रियदर्शी नौ जिलों की कानून व्यवस्था सम्भाल चुके है। वे नौ जिलों की भदोही, बागपत, आजमगढ़, इटावा, फतेहपुर, बदांयु, बुलंदशहर, रामपुर और सोनभद्र में जिलाधिकारी रह चुके है।