नई दिल्ली। मुलायम सिंह यादव द्वारा समाजवादी पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर आज शिवपाल यादव ने कहा कि नेताजी ने जो जिम्मेदारी दी है उसे निभाऊंगा। वहीं मंत्री पद से हटाए जाने पर उन्होंने कहा कि ये मुख्यंत्री का विशेषाधिकार है। वो जिसे चाहें रख सकते हैं, जिससे चाहें सलाह ले सकते हैं, ये उनका विशेषाधिकार है।
इस्तीफे के सवाल पर शिवपाल यादव ने कहा कि इसका फैसला वे नेताजी से मिल कर करेंगे। आज सुबह सैफई के एसएस मेमोरियल स्कूल में पत्रकारों से वार्ता के दौरान शिवपाल यादव ने कहा कि विभागों का बंटवारा मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। नए विभाग संभालेंगे या नहीं इसका फैसला नेताजी (मुलायम सिंह) से मिलने के बाद ही करेंगे। नेताजी जहां भी होंगे उनसे जल्द मुलाकात का प्रयास रहेगा। शिवपाल यादव ने इस्तीफा देने संबंधी सवाल को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि मैंने इस्तीफा नहीं दिया है और न ही मेरी पत्नी सरला यादव और पुत्र आदित्य यादव ने। हमेशा नेताजी के निर्देशों का पालन करते रहे हैं और आगे भी वही तय करेंगे कि क्या करना है।शिवपाल यादव ने कहा कि चाचा भतीजे के बीच संबंधों में कोई खटास नहीं है।
नेताजी ने संगठन की जि़म्मेदारी सौंपी है। संगठन को मज़बूत करने के साथ ही 2017 में प्रदेश में फिर सपा की सरकार बनेगी। संगठन में फेरबदल के सवाल पर शिवपाल यादव ने कहा कि संगठन में जहां भी परिवर्तन की जरूरत होगी वहां किया जाएगा। बता दें कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने मंगलवार को देर शाम अचानक हुए घटनाक्रम में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव के स्थान पर कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव को समाजवादी पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष बना दिया है। इसके दो घंटे बाद ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शिवपाल के कमोबेश सभी महकमे छीन लिए और उन्हें समाज कल्याण के साथ भूमि विकास एवं जल संसाधन का कार्यभार दिया।