सहारनपुर। थाना जनकपुरी क्षेत्र की तीन बहनें शोहदों से परेशान होकर पढ़ाई और कोचिंग छोड़ चुकी हैं। जिला पुलिस से मामले की शिकायत करने के बाद भी बहनों की समस्या दूर नहीं हुई तो तीनों बहनों ने पत्र लिखकर पीएम नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई। इसके बाद पीएम ऑफिस से ट्वीट करके यूपी पुलिस को छात्राओं की मदद करने के निर्देश दिए गए। मंगलवार को यूपी पुलिस ने ट्वीट करके सहारनपुर पुलिस को तत्काल आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।‘युवा जोश, युवा जोश, युवा जोश… महिलाओं की सुरक्षा के लिए करते प्रयास’ ये लाइनें आपको उत्तर-प्रदेश पुलिस के किसी भी अधिकारी को फोन करते ही सुनाई देंगी। ये लाइनें सुनकर यकीन होता है कि महिलाओं की सुरक्षा उत्तर-प्रदेश पुलिस की प्राथमिकता है, लेकिन सहारनपुर पुलिस इन लाइनों को चरित्रार्थ नहीं कर पा रही है।थाना जनकपुरी क्षेत्र के जनकनगर निवासी तीन बहनें बीमार पिता और मां के साथ रहती हैं। दो बहनें अलग-अलग कक्षाओं में पढ़ती हैं और एक बहन नौकरी के लिए कोचिंग कर रही है। करीब 15 दिन पहले तीनों बहनों ने थाने में कुछ मनचलों पर छेड़छाड़ का आरोप लगाकर शिकातय की। छात्राओं का कहना है कि कई बार मनचलों ने हाथ तक पकड़ लिया। छात्राओं की मां ने बताया कि आरोपी युवकों के घर शिकायत की तो मारपीट की गई।पुलिस ने मनचलों पर कार्रवाई नहीं की तो बहनों को पढ़ाई से ज्यादा इज्जत प्यारी लगी। इसलिए बहनों ने पढ़ाई और कोचिंग छोड़ दी। जिला पुलिस ने मदद नहीं तो तीनों बहनों ने पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम अखिलेश यादव और मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखकर मदद मांगी। ट्विटर पर एक 45 सेकेंड का वीडियो अपलोड करके पीएम को अपना दर्द सुनाया। पीएम ऑफिस से यूपी पुलिस को मामले का संज्ञान लेने के निर्देश दिए गए। इसके बाद मंगलवार को 3:59 बजे यूपी पुलिस ने सहारनपुर पुलिस को ट्वीट करके छात्राओं के मामले में तत्काल आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।मामले को गंभीरता से लेकर होगी कार्रवाई : डीआईजी डीआईजी जेके शाही ने कहा कि छात्राओं के साथ छेड़छाड़ का मामला गंभीर है। पीड़ित छात्राओं से जानकारी लेकर आरोपी युवकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। संबंधित थाने को निर्देश दिए जा रहे हैं।