नई दिल्ली । केंद्रीय संचार राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने गुरुवार को डाक भवन में ‘कब स्काउट’ पर डाक टिकट का विमोचन किया। सिन्हा ने ‘कब स्काउट’ विमोचन के अवसर पर कहा कि स्काउटिंग इंसान को मदद करने का और युवा लोगों की शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास का समर्थन करता है।
उन्होंने कहा कि एक सैन्य अधिकारी के रूप में लार्ड बैडन पॉवेल ने एक पुस्तक लिखी थी जिसका नाम ‘दी वोल्फ कब’ था। सन् 1916 में छोटे लड़कों के लिए ‘वुल्फ कब्स’ (या ‘कब स्काउट्स’) नाम के संगठन की शुरुआत की गई थी। सन् 2016 में भारत समेत पूरे विश्व में इसको शताब्दी वर्ष के रूप में मनाया गया था। आज इसपर डाक टिकट जारी कर के हम उन्हें सम्मान दे रहे है।
उल्लेखनीय है कि स्काउटिंग एक आन्दोलन है जिसमें बच्चों से बड़ों तक के उच्च कोटि की नैतिकता व योग्यता का विकास किया जाता है। स्काउटिंग आन्दोलन के जनक राबर्ट स्टिफैंस स्मिथ बैडन पावेल थे। भारत स्काउटिंग 1913 में ऐनी बेसेन्ट द्वारा प्रारम्भ करायी थी। अब भारत स्काउट व गाइड संस्था है।
बैडन पावेल को 1880 के दशक और 1890 के दशक में ब्रिटिश सरकार ने भारत और अफ्रीका में तैनात किया था। अपनी जवानी के बाद से वह काष्ठशिल्प और सैन्य स्काउटिंग के शौकीन थे और जंगल में कैसे जीवित रहते हैं, इसका अपने आदमियों को प्रशिक्षण दिया। उन्होंने कहा कि यह शिक्षा बस आँख बंद करके अधिकारियों के आदेश का पालन करने के बजाय स्वतंत्रता का विकास करने में सैनिकों की मदद करती है।
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