जमशेदपुर l साकची के जलेबी लाईन में मिठाई की दुकान चलाने वाले सतवीर सिंह ने एक ऐसी घड़ी तैयार की है, जो उलटी चलती है। घड़ी का काटा सीधा नहीं उल्टा चलता है। यही नहीं घंडी में दिये गये नम्बर भी उल्टी दिशा में अंकित है। आर्श्चय की बात यह है कि घड़ी उल्टी चलने के बाद भी सही समय देती है।
शहर के मानगो गुरुद्वारा बस्ती रोड के रहने वाले सतवीर सिंह ने अपनी दुकान में भारत सहित 6 देशों की घड़ी मिठाई की दुकान में लगा रखी है और सभी घड़ी का नबंर भी उल्टा है और घ़डी भी उल्टा चलता है। सभी घड़ी का समय भी सही रहता है। हालांकि सतबीर ने अपनी घड़ी का पैटेट नहीं करवाया है, लेकिन फिर भी इनका दावा है कि भारत क्या पूरे विश्व में शायद ही किसी ने उल्टा घड़ी बनाया होगा।
उल्टा घंड़ी बनाने का विचार कहा से आया, इस बारे में सतबीर सिंह ने कहा कि वर्ष 2006 में मैं अपने साढू के साथ बैठा था। इस दौरान उन्होंने घड़ी को देखते हुए अचानक कहा कि क्या यह घ़ड़ी उल्टी चल सकती है, तो मैंने कहा कि जरुर कोशिश करता हूँ और इसी कोशिश में उन्हें 2007 में पहली उल्टी घड़ी बनाने में सफलता मिली। तब से आज तक यह कारंवा चलता रहा, अभी तक मैंने अलग-अलग देशों की 6 घड़ियां बना कर रखी है।
शहर के बीचो-बीच साकची में स्थित जलेबी लाईन में सतवीर सिंह की मिठाई की दुकान है। दुकान में भारत के अलावा (लदंन, युके), साउथ अफ्रीका, दुबई, हॉग-कॉग (चीन) और टोक्यो की घड़ी लगी हुई है। सभी घड़ी को उन्होंने खुद बनाया है। अभी हाल में ही उन्होंने एक ऐसी घड़ी तैयार की है जिसमें नीचे शाम होते ही चांद दर्शाने लगेगा और सुबह होते ही सूरज का प्रतिक दिखेगा।
अब आलम है यह कि अन्य शहर के लोग इस दुकान को उल्टा घड़ी वाले दुकान के नाम से जानते हैं । उल्टी घड़ी का निर्माण करने के अलावा पुरानी गाड़ियों को खरीद कर उसे रिमॉडलिंग करने का शौक भी सतबीर सिंह को है। उन्होंने सबसे छोटी मोटरसाईकिल बनाने का दावा किया है। वह फिलहाल नैनो से भी छोटी कार के निर्माण में लगे हैं ।
सतबीर सिंह का परिवार मानगो के गुरुद्वारा बस्ती में रहता है। उनके परिवार में दो बेटियां और एक बेता है। वह कहते हैं कि मेरे काम में मेरे पत्नी इन्द्रजीत कौऱ का भरपूर सहयोग मिलता है। इस संबंध में पत्नी इन्द्रजीत कौर कहती है कि पहले तो इनके कार्य को देखकर लोग इसे बेकार काम कहते थे, लेकिन अब लोग उनका हौसला आफजायी करते हैं ।