हरदोई। पीएम नरेंद्र मोदी ने हरदोई में चुनाव प्रचार करते हुए कहा कि मैं भले ही गुजरात में पैदा हुआ हूं, लेकिन यूपी ने मुझे गोद लिया है। अब यह गोद लिया गया बेटा ही सूबे का विकास करेगा।
पीएम मोदी ने एसपी, बीएसपी और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि इन दलों ने पूरे यूपी का विकास कैसे हो, इस पर कभी सोचा नहीं था। फसल बीमा योजना, यूरिया की आसान उपलब्धता, शौचालय योजना, एलईडी बल्ब वितरण जैसी स्कीमों का हवाला देते हुए कहा कि हमने केंद्र सरकार बनते ही गरीबों के हित के लिए योजनाएं बनानी शुरू कीं।
पीएम ने कहा कि पहले दो चरण में बीजेपी को बड़ा समर्थन मिला है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश आगे बढ़ जाए और यूपी पीछे रह जाए, क्या यह सही होगा? मोदी बोले, ‘जो भी यूपी में आया अपना वोटबैंक संभालने में लगा रहा।
वोट बैंक का भला हो जाए इसी में लगा रहा। यूपी को एसपी, कांग्रेस, बीएसपी से मुक्त किए बिना राज्य का भाग्य नहीं बदलेगा। यूपी ने मुझे इतनी ताकत दी कि देश में मजबूत सरकार बनी,
आपके आशीर्वाद से गरीब का बेटा पीएम बना!
पीएम ने एसपी के सीनियर लीडर नरेश अग्रवाल के गढ़ में रैली करते हुए कहा, ‘कृष्ण यूपी में पैदा हुए और गुजरात में कर्मभूमि बनाई। मैं गुजरात में पैदा हुआ और यूपी ने मुझे गोद ले लिया। मैं ऐसा बेटा नहीं हूं कि माई-बाप की चिंता नहीं करेगा। गोद लिया हुआ बेटा यूपी की चिंता करेगा। भारी बहुमत से यूपी में बीजेपी की सरकार बनाएं।’ पीएम मोदी ने कहा कि मैं वादा करता हूं कि 5 साल के भीतर समस्याओं का निदान करूंगा।
जनता ने,मोदी का दूसरा नाम, बहुत ही सोच समझ कर ही रखा है ! जैसा नाम वैसा ही काम ! देश के उपर एक फेकन की मोहर लगा दी है ! नाटकबाजी की सारी सीमाये खतम हो चुकी है !
‘पहली कैबिनेट मीटिंग में ही माफ होगा किसानों का कर्ज’
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट मीटिंग में ही किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा। यूरिया की आसान उपलब्धता का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यूरिया के लिए कतारें लगनी बंद हुई हैं। यूरिया की नीम कोटिंग की गई। पहले यूरिया चोरी होकर केमिकल के कारखानों में चला जाता था। धन्नासेठ उससे केमिकल बनाते थे, लेकिन किसानों को नहीं मिलता था। अब नीम कोटिंग यूरिया खेती के लिए काम आता है।
काम बोलता है या कारनामा?
पीएम मोदी ने कहा, ‘शांति चाहिए तो कानून व्यवस्था का पालन होना चाहिए, राजनीति नहीं होनी चाहिए। अपने-पराए नहीं होने चाहिए। सबसे राजनीतिक हत्याएं यूपी में होती हैं। ये उनका काम बोलता है कि कारनामा बोलता है। जो लोग राज्य में उभर रहे होते हैं उनका पत्ता साफ कर दिया जाता है।’ उन्होंने कहा कि जनता की सुरक्षा के बिना कभी किसी का भला नहीं हो सकता है। गैंगरेप की घटनाएं भी सबसे अधिक यूपी में होती है।
बोले, सैटलाइट्स की लॉन्चिंग का भी सबूत मांगा जा सकता है
पाकिस्तान के खिलाफ की सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कल हमारे वैज्ञानिकों ने एक साथ 104 सैटलाइट्स की लॉन्चिंग की। पूरी दुनिया में इसकी सराहना की गई। किसी ने इसका सबूत नहीं मांगा, लेकिन जब हमने सर्जिकल स्ट्राइक की तो विपक्ष सबूत मांग रहा था। पीएम ने कहा, ‘मैंने वैज्ञानिकों से बात की तो कहा कि वे लॉन्चिंग का सबूत रख लें, पता नहीं कब कौन सबूत मांगने आ जाए।’
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पूरे उत्तर प्रदेश का विकास कैसे हो? कांग्रेस, बीएसपी, एसपी ने कभी सोचा ही नहीं। जो भी आया अपना वोटबैंक संभालने में ही लगा रहा।
उत्तर प्रदेश के आशीर्वाद से गरीब मां का बेटा प्रधानमंत्री बन गया। भगवान कृष्ण उत्तरप्रदेश में पैदा हुए और गुजरात को अपनी कर्मभूमि बना लिया। मैं गुजरात में पैदा हुआ और उत्तर प्रदेश ने मुझे गोद ले लिया।
हमारे देश में सबसे अधिक अगर गैंगरेप की घटना कहीं होती है तो उस प्रदेश का नाम है उत्तर प्रदेश।
अगर सरकार सही हो, अगर घुड़सवार सही हो तो घोड़ा भी सही दिशा में चलता है। हमारे देश में कुल जितने लोग आर्म्स एक्ट को लेकर रजिस्टर होते हैं। करीब 50 प्रतिशत अकेले उत्तर प्रदेश में होते हैं
सबसे ज्यादा देश में हत्यायें उत्तरप्रदेश में होती हैं। अब ये उनका काम बोलता है या कारनामा बोलता है?
पश्चिमी यूपी में एक रैली के दौरान पीएम मोदी
महिलाओं की सुरक्षा, दलितों पर अत्याचार रोकने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होती है। दलितों पर अत्याचार की 20 प्रतिशत घटना अकेले उत्तर प्रदेश में होती है।
अगर उत्तरप्रदेश और बिहार से गरीबी गई तो मान लीजिए हिंदुस्तान से गरीबी चली गई।
प्राकृतिक संपत्ति, राज्य और देश की संपत्ति होती है, लेकिन हरदोई में अवैध खनन मुख्य कारोबार हो गया है। ये अवैध खनन राज्य सरकार के इशारे पर होता है।
जब मैं प्रधानमंत्री बना कुछ ही दिनों में जो मुख्यमंत्रियों की चिट्ठियां आती थीं, उसमें सबसे ज्यादा चिट्ठी यूरिया मांगने के लिए आती थी। आज मैं बड़े संतोष के साथ कहता हूं, यूरिया के लिए पिछले एक साल से कोई चिट्ठी नहीं आई।
शौचालय बनाने के लिए कोई बहुत बड़े इंजीनियरों की जरूरत थी क्या? आज भी मेरी करोड़ों माताएं-बहनें सूरज उगने से पहले बाहर भागती हैं। उन्हें डर होता है सूरज निकल गया तो जा नहीं पाऊंगी।