लखनऊ। एनआईए तथा उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम ने एनआईए की वांछित अभियुक्ता बांग्लादेशी महिला नागरिक फातिमा उर्फ लीची पत्नी शेर अली उर्फ गूंगा पुत्री हयात अली उर्फ कालू निवासी पारचैका थाना शिवगंज डिवीजन राजशाही जिला चपाई नबाबगंज (बांग्लादेश) को गुरूवार को आगरा के थाना एतमादउदौला क्षेत्र से गिरफ्तार किया है।
एटीएस के आईजी असीम अरुण ने बताया कि फातिमा एनआईए द्वारा वर्ष 2016 में दर्ज एक नकली नोट प्रकरण के अभियोग में वांछित अभियुक्त थी। एनआईए बांग्लादेशी महिला को आगरा से ट्रांजिट रिमाण्ड बनवा कर कोलकाता संबंधित न्यायाल में पेशकरेगी।
महिला के पास से एक-एक हजार रूपये के दो भारतीय जाली नोट,पीएनबी बैंक का पासबुक,आधार कार्ड, मोबाईल फोन, तीन सिमकार्ड तथा बांग्लादेश के फोन नंबर लिखी पर्चियां बरामद हुए हैं। इस संबंध में एटीएस टीम द्वारा पूछताछ की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि अनारूल इस्लाम पुत्र अब्दूल समद निवासी खोराइ थाना शिवगंज डिवीजन राजशाही जिला चपायी नबाबगंज बांग्लादेश को 18 जनवरी 2016 को आठ लाख रुपए के नकली नोट के साथ कालिया चौक जिला मालदा पश्चिम बंगाल में गिरफ्तार किया गया था। 25 फरवरी 2016 को इस प्रकरण की विवेचना एनआईए कोलकाता ने अपने पर्यवेक्षणाधीन लिया।
विवेचना में फातिमा का नाम प्रकाश में आने के बाद इस प्रकरण में फातिमा को वांछित किया था। फातिमा वर्तमान में सुशील नगर मस्जिद वाली गली, थाना एत्मादउददौला क्षेत्र आगरा में निवास कर रही थी।
बिना वीजा पासपोर्ट के देश में अवैध रूप से रहने में महिला के मददगारों तथा उसके पास से बरामद दस्तावेजों की भी जॉच की जायेगी। उपरोक्त महिला की गिरफ्तारी में एटीएस यूपी आगरा टीम के निरीक्षक आलोक कुमार सिंह ने प्रमुख भूमिका निभायी।
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