वीएनटीएन (लाओ पीडीआर)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए इसे समाज की सुरक्षा पर मंडराने वाला साझा खतरा बताया है।गुरूवार को यहां 14वें आसियान-भारत सम्मेलन के दूसरे दिन अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आतंकवाद का निर्यात, बढ़ती कट्टरता, हिंसा का प्रसार हमारे समाज पर मंडराने वाला साझा खतरा है’। उन्होंने कहा कि भारत साइबर सुरक्षा, कट्टरता, आतंकवादी गतिविधियों पर काबू पाने के लिए ठोस कदम उठाने को तैयार हैं। यह खतरा स्थानीय, क्षेत्रीय और इसके साथ-साथ परिवर्तनशील है। उन्होंने भारत-दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान) के देशों से आतंकवाद से निपटने के लिए मिलकर काम करने की अपील की।अपने संबधोन में प्रधानमंत्री ने प्राकृतिक आपदा को भी एक चुनौती बताया और इस मुद्दे को प्राथमिकता देते हुए संयुक्त रूप से काम करने को कहा।उन्होंने कहा, ‘मैं तीसरी बार आसियान-भारत सम्मेलन में हिस्सा ले रहा हूं। आसियान के साथ गहरे संबंधों को नया आयाम देते हुए बहुत खुशी का अनुभव कर रह हूं’। उन्होंन कहा आसियान भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति का प्रमुख भागीदार है जो हमारे पूर्वोत्तर क्षेत्र के आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है। ”हमारी प्राथमिकता इस क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि लाना है। हमारी रणनीतिक साझेदारी में सुरक्षा, आर्थिक और सामाजिक- सांस्कृतिक क्षेत्रों को शामिल है’।उन्होंने कहा, ‘हमारी साझेदारी के तीन स्तंभ हैं सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और समाज-सांस्कृति, तीनों ही क्षेत्रों में अच्छी प्रगति हुई है। भारत और आसियान का जुड़ाव ‘आर्थिक आशावाद’ का जुड़ाव है।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा आसियान के साथ भारत व्यापार के क्षेत्र में भागीदारी बढ़ाना चाहता है। भारत का जुड़ाव क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि लाने वाली हमारी साझा प्राथमिकताओं से संचालित है। उन्होंने कहा आसियान के साथ संपर्क को बढ़ाना भारत की साझेदारी के केंद्र बिंदु है। इस मौके पर उन्होंने 2017 में ‘साझा मूल्यों पर स्मारक शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने की घोषणा की।
उन्होंने कहा समुद्रों की सुरक्षा करना सभी देशों की साझा ज़िम्मेदारी है क्योंकि यह वैश्विक व्यापार की जीवन रेखा है। ”हम हमारे आर्थिक संबंधों को विस्तार देने और गहरा करने के लिए काम करते रहेंगे। भारत यूएनसीएलओएस पर आधारित नेविगेशन की स्वतंत्रता का समर्थन करता है। उन्होंने कहा कि आपदा पर भारत नवम्बर में एशियाई मंत्रिस्तरीय सम्मेलन की मेजबानी करेगा।’