आपको बता दें कि सैटलाइट की लॉन्चिंग पहले साल की शुरुआत में होनी थी, लेकिन इसरो ने इसके सिस्टम में तकनीकी गड़बड़ी देखने के बाद इसे फ्रेंच गुयाना से जांच के लिए वापस मंगवा लिया। इसरो ने अप्रैल में सैटलाइट को वापस मंगाने की जरूरत अप्रैल में महसूस की, जबकि जीसैट-6ए मिशन की असफलता के बाद उसी वक्त एहतियातन उपाय किए गए थे। 29 मार्च को लॉन्च होने के तुरंत बाद जीसैट-6ए सैटलाइट नियंत्रण से बाहर हो गई थी और इसका सिग्नल नहीं मिल रहा था।