नई दिल्ली। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और यूपीए सरकार में विदेश मंत्री रहे एसएम कृष्णा का भी कांग्रेस से मोहभंग हो गया है।
कृष्णा कांग्रेस का साथ छोडऩे की तैयारी में है । वे रविवार को प्रेस वार्ता कर वह इसका औपचारिक ऐलान कर सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक, वह कर्नाटक के मौजूदा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के रैवेये से नाराज हैं। कृष्णा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर यह बात बता दी है।
कृष्णा ने सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी में सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की बात कही है और उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से मुक्त करने की मांग की है।
कांग्रेस में बिताए 5 दशक
कांग्रेस में 5 दशक बिता चुके 84 वर्षीय एसएम कृष्णा पहली बार वर्ष 1968 में मांड्या से सांसद चुने गए थे। वह इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। वर्ष 1999 में उन्होंने कांग्रेस को कर्नाटक में जीत की दहलीज पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई और वर्ष 2004 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे।
इसके बाद मनमोहन सिंह कैबिनेट में उन्होंने विदेश मंत्री का जिम्मा संभाला, हालांकि वर्ष 2012 में उन्हें पद से इस्तीफा देकर राज्य की राजनीति में वापसी की। हालांकि वह कांग्रेस ने उन्हें दरकिनार कर जेडीएस से पार्टी में आए सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बना दिया। कृष्णा इस बात से खफा भी थे, लेकिन उन्हें मनाने के लिए पार्टी ने फिर उन्हें महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया था।
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