नई दिल्ली । वित्त मंत्री रिजर्व बैंक गवर्नर उर्जित पटेल के बचाव में उतार आए हैं। नोटबंदी के फैसले को लेकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पटेल पर निशाना साधा। वित्त मंत्री ने पटेल पर ‘हमले’ को अनुचित बताया। उन्होंने कहा कि जो अपना बचाव नहीं कर सकते उन राजनीतिज्ञों को ऐसे लोगों पर हमला नहीं करना चाहिए।
रमेश ने लिखा है कि रिजर्व बैंक देश का मौद्रिक प्राधिरकरण है जो देश के सभी नागरिकों को बैंक नोट उपलब्ध कराने के लिए जिम्मेदार है।
पटेल ने प्रधानमंत्री की नोटबंदी की योजना को मंजूरी दी, तो निश्चित रूप से रिजर्व बैंक को विश्वास रहा होगा कि वह नोट उपलब्ध करा पाएगा।
उन्होंने इस मुद्दे पर पटेल की चुप्पी को लेकर भी निशाना साधते हुए कहा कि केंद्रीय बैंक एक स्वतंत्र और स्वायत्त संस्था है। उसे मौजूदा स्थिति पर स्पष्टीकरण देना चाहिए।
जेटली ने कहा, ‘जयराम रमेश द्वारा रिजर्व बैंक गवर्नर की आलोचना अनुचित है। नेशनल हेराल्ड में एक लेख में कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने आरोप लगाया है कि सरकार ने रिजर्व बैंक को अंधेरे में रखा।
रमेश ने लिखा है, ‘या तो उर्जित पटेल देश को नोटबंदी पर रिजर्व बैंक की तैयारियों को लेकर गुमराह करने के दोषी हैं या फिर उन्होंने रिजर्व बैंक की स्वायत्तता से समझौता किया है। दोनों ही स्थितियों में उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।’
बैंकों में पर्याप्त नोट नहीं हैं। महीनों नहीं तो कम से कम हफ्तों यह कमी बनी रहेगी। रमेश ने कहा कि ऐसा क्यों है कि रिजर्व बैंक इस गंभीर संकट के बारे में न तो कोई स्थिति स्पष्ट दे रहा है और न ही देश को कोई भरोसा।