लखनऊ। मंगलवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रावसों लागू हुए आरक्षण के विरोध में छात्रों ने हंगामा किया। इस दौरान छात्रों ने कुलपति से मुलाकात कर सवाल पूंछा कि बिना आपकी अनुमति कैसे आरक्षण लागू किया गया। जबकि इसकी मांग तो कभी उठी नहीं। इसके अलावा मेस की छह महीने के फीस एक साथ ही खाने के शुल्क में बढ़ोतरी की गई है। गरीब छात्र इसे कैसे वहन करेंगे। इस पर कुलपति प्रो एसबी निमसे ने छात्रों को आश्वासन दिया किया छात्रावास में पुरानी व्यवस्था बहाल की जाएगी। पुराने नियमों पर हॉस्टल आवंटित होंगे और शुल्क बढ़ोत्तरी भी नहीं की जाएगी। मंगलवार को सुबह दस बजे से ही लविवि के छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसमें कुछ एबीवीपी के कार्यकर्ता भी शामिल रहे। छात्रों ने नारेबाजी करते हुए प्रशासनिक भवन पर धरना शुरू कर दिया। लखनऊ प्रशासन मुर्दाबाद के नारे से साथ ही प्रशासनिक भवन का आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया। इस बीच प्रॉक्टर निशी पांडेय ने वार्ता की कोशिश की लेकिन प्रदर्शनकारी कुलपति से वार्ता पर अड़े रहे। ऐसे में दस छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को कुलपति आवास ले जाकर कुलपति से मिलाया गया। इस बीच अजीत सिंह ने छात्र संघ चुनाव से लेकर लविवि में लंबित रिजल्ट जारी करने की मांग की। इसके अलावा अन्य छात्रों ने छात्रावास के पुराने छात्रों का रिनेवल, एनडी हॉस्टल में गंदा पानी और छात्रावास में बढ़ी फीस कम करने की मांग की। वीसी ने कहा कि चुनाव के लिए सोमवार को ही शासन को पत्र लिखा जा चुका है। वहीं अन्य समस्याओं के लिए उन्होंने छात्रों को आश्वासन दिया कि सभी दिक्कते जल्द ही दूर की जाएंगी। पानी की दिक्कत के लिए कार्याधिक्षक जेके शर्मा को तत्काल व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिये।