गणेश चतुर्थी सभी घरों में बहुत ही रंगमय तरीके से मनाई जा रही है. ऐसे में लोग सभी तरह कि मनोकामनाएँ कर रहे हैं. आप भी भगवान से किसी ना किसी तरह की उम्मीद लगाकर बैठे होंगे लेकिन अगर आप उसे जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए हैं तो आपको गणपति का विशेष पूजन करना चाहिए और उस विशेष पूजन के दौरान उन्हें गणेशजी के इक्कीस नाम लेकर इक्कीस प्रकार के पत्ते चढ़ाये. तब जाकर आपकी मनोकामना पूरी होगी. तो आई बताते हैं भगवान गणपति का विशेष पूजन और गणेशजी के वह इक्कीस नाम जिन्हे लेकर इक्कीस प्रकार के पत्ते चढ़ायें जाने हैं.
सुमुखाय नम: से शमीपत्र,
गणाधीशाय नम: से भंगरैया पत्र,
उमापुत्राय नम: से बिल्व पत्र,
गजमुखाय नम: से दूर्वादल,
लंबोदराय नम: से बेर का पत्र,
हरसूनवे नम: से धतूरे का पत्ता,
शूर्पकर्णाय नम: से तुलसी पत्र,
वक्रतुण्डाय नम: से सेम का पत्र,
गुहाग्रजाय नम: से अपामार्ग का पत्ता,
एकदंताय नम: से भटकटैया पत्र,
हेरम्बाय नम: से सिंदूर का पत्ता या सिंदूर,
चतुर्होर्त्रे नम: से तेजपात,
सर्वेश्वराय नम: से अगस्त का पत्ता,
विकटाय नम: कनेर का पत्ता,
हेमतुण्डाय नम: से केला पत्र,
विनायकाय नम: से अाक पत्र,
कपिलाय नम: से अर्जुन पत्र,
वटवे नम: से देवदारु का पत्र,
भालचन्द्राय नम: से मरुआ का पत्ता,
सुराग्रजाय नम: से गांधारी का पत्ता
सिद्धिविनायकाय नम: से केतकी पत्ता.
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