मेरठ । मलकपुर मिल की नीलामी प्रक्रिया नहीं होने से नाराज किसान गुरुवार को तहसील परिसर में धरने पर बैठ गए। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं देने पर तहसील के सामने ही दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर जाम लगाते हुए जमकर हंगामा किया।
इस दौरान किसानों ने मिल अधिकारियों को लेकर जा रही जीप को भी पलट डाला।बड़ौत तहसील में गुरुवार को मलकपुर मिल की नीलामी प्रक्रिया होनी थी। खरीदारों के नहीं आने पर नीलामी नहीं हो सकी। इस बात से नाराज सैकड़ों किसान तहसील परिसर में धरने पर बैठ गए।
किसानों ने कहा कि वह मलकपुर मिल को गन्ना नहीं देंगे। प्रशासन उनके गन्ने का इंतजाम कराए। तहसील में करीब 11 बजे शुरू धरने में दो बजे के करीब एसडीएम दीपाली कौशिक व जिला गन्ना अधिकारी किसानों के बीच पहुंचे।
एसडीएम ने किसानों को बताया कि डीएम ने मलकपुर मिल के गन्ने का आवंटन अन्य मिलों को करने के लिए पत्र लिखा है। अगले सप्ताह तक किसानों के गन्ने की आवंटन प्रक्रिया को संभवता पूरा कर लिया जाएगा।
डीसीओ ने बताया कि उन्होंने अन्य मिलों के अधिकारियों की बैठक लेकर अन्य मलकपुर मिल क्षेत्र का गन्ना लेने की बात कही थी,लेकिन सभी ने मलकपुर मिल का गन्ना लेने से इंकार कर दिया।
इस पर किसानों ने कहा कि यह जिम्मेदारी प्रशासन की है, वह उनके गन्ने का इंतजाम कराए। अधिकारियों के जवाब से असंतुष्ट सैकड़ों किसान धरने से उठकर नारेबाजी करते हुए तहसील गेट के सामने पहुंच गए।
उन्होंने दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर जाम लगा दिया। इस दौरान रमाला मिल के अधिकारी जीप लेकर उधर से गुजर रहे थे। मिल की जीप को देखकर किसानों का गुस्सा फूट गया। गुस्साए किसानों ने रमाला मिल की जीप को पलट दिया।
अधिकारियों ने जीप से कूदकर जानबचाई।करीब एक घंटा जाम लगाने के बाद रालोद जिलाध्यक्ष के अनुरोध पर किसानों ने जाम खोल दिया। जाम लगाने वाले सभी किसान तहसील में चल रहे धरने पर पहुंच गए।
देर शाम किसानों ने चेतावनी देकर धरना समाप्त कर दिया। कहा कि अगर जल्द प्रशासन ने किसानों के गन्ने का इंतजाम नहीं कराया तो किसान उग्र आंदोलन को मजबूर होंगे।