जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती की सरकार गिरने व राज्यपाल शासन लगने के साथ ही राज्य में आतंकी घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है। शुक्रवार को एक तरफ जहां कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। इस मुठभेड़ में एक आतंकी के मारे जाने की खबर है।
दूसरी तरफ, शोपियां के अघम में सेना की पेट्रोलिंग पार्टी पर आतंकियों ने ग्रेनेड हमला किया। सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है। आतंकवादियों के ग्रेनेड अटैक से सेना के एक जवान के घायल होने की जानकारी है।
ज्ञात हो कि, श्री अमरनाथ यात्रा पर हमले की फिराक में विभिन्न जगहों पर छिपे आतंकियों को पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर से लेकर उत्तरी कश्मीर तक छह जगहों पर कासो (घेराबंदी कर तलाशी अभियान) चलाया।
इस दौरान पुलवामा के बेलू इलाके में सुरक्षाबलों को आतंकी समर्थक हिंसक भीड़ के विरोध का भी सामना करना पड़ा। हालात पर काबू पाने के लिए सुरक्षा बलों को बल प्रयोग करना पड़ा, अन्यत्र स्थिति लगभग शांत रही। कल गुरूवार को दोपहर बाद सेना की 44 आरआर और राज्य पुलिस के जवानों ने सीआरपीएफ के दस्ते के साथ पुलवामा जिले के बेलू गांव में छिपे आतंकियों को पकड़ने के लिए भी कासो चलाया था।
जवानों को घेराबंदी करते देख शरारती तत्वों ने जवानों पर पथराव शुरू कर दिया। स्थिति काबू करने के लिए सुरक्षाबलों को लाठियों व आंसूगैस का सहारा लेना पड़ा। इसके बाद हिंसक झड़पों का दौर शुरू हो गया। हिंसक झड़पों की आड़ में आतंकियों ने गांव से भाग निकलने के प्रयास में जवानों पर फायरिंग भी की। जवानों ने भी जवाबी फायर किया।
इसी दौरान सुरक्षाबलों ने जिला अनंतनाग के अरवनी इलाके में आतंकियों के अपने किसी संपर्क सूत्र के पास आने की खबर मिलने पर कासो चलाया। इससे पहले सुबह सुरक्षाबलों ने अनंतनाग जिले के सीपन इलाके में भी कासो चलाया लेकिन वहां कुछ नहीं मिला।
पुलवामा के साथ सटे जिला शोपियां के पिंजौरा इलाके में भी सुरक्षाबलों ने आतंकियों को पकड़ने के लिए कासो चलाया, जिसे स्थानीय लोगों के हिंसक प्रतिरोध के बाद समाप्त कर दिया गया। इधर, जिला बांडीपोर के शादीपोरा इलाके और सोपोर के नाथिपोरा में भी सुरक्षाबलों ने आतंकियों को पकड़ने के लिए कासो चलाए। सोपोर में कासो देर रात गए तक जारी था। इस ग्रेनेड हमले में अभी तक किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है।