नई दिल्ली: तमिलनाडु की ‘आयरन लेडी’ कही जाने वाली जे. जयललिता (अम्मा) ने राजनीति में एक नया इतिहास रच दिया है। अपने राजनीतिक गुरु एमजी रामचंद्रन के बाद सत्ता में लगातार दूसरी बार आने वाली वो तमिलनाडु में पहली राजनीतिज्ञ बन गई हैं। पांच बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुकीं जयललिता अब छठी बार प्रदेश की कमान सम्भालेंगी। तमिलनाडु में 232 विधानसभा सीटों पर रुझानों में जयललिता के नेतृत्व वाली एआईएडीएमके को 120 सीटों पर बहुमत मिली है। जयललिता अपने स्टाइल और अपने अंदाज के लिए प्रसिद्ध हैं। जयललिता अपनी कुर्सी को लेकर भी काफी चर्चा में हैं। जयललिता जहां-जहां जाती वहीं-वहां उनकी स्पेशल कुर्सी जाती है। बताया जाता है कि जयललिता को गठिया की समस्या है, इसलिए उनके लिए सागौन की लकड़ी की बनी खास कुर्सी डिजाइन की गई है। इस कुर्सी की कीमत डेढ़ लाख रुपए बताई जा रही है। यह कुर्सी दिल्ली स्थित तमिलनाडु भवन में भी रखी होती है। जयललिता जहां-जहां जाती हैं, कुर्सी भी वहां-वहां ले जाई जाती है। अधिक देर तक बैठने से गठिया जैसी बीमारी न हो जाए, इसलिए भी उन्होंने अपने लिए यह स्पेशल कुर्सी मंगवाई है। जयललिता की इस स्पेशल कुर्सी को लेकर राजनीतिक गलियारों से लेकर ब्यूरोक्रेट्स में भी चर्चा है।