नई दिल्ली। तमिलनाडु में चल रहे राजनीतिक उठापटक के बीच अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने सोमवार को राज्यपाल सी विद्यासागर राव को सलाह दी है कि वह विधानसभा में बहुमत परीक्षण करवाएं ताकि यह पता चल सके कि बहुमत कार्यवाहक मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम के पास है या पार्टी महासचिव वीके शशिकला के पक्ष में।
अटॉर्नी जनरल ने सुझाव दिया है कि राज्यपाल द्वारा एक सप्ताह के अंदर तमिलनाडु विधानसभा का एक विशेष सत्र बुलाया जाए और विधानसभा में बहुमत परीक्षण करवाया जाए।
मुकुल रोहतगी ने अपने सुझाव में 1998 में उत्तर प्रदेश विधानसभा में जगदंबिका पाल और कल्याण सिंह के बीच हुए बहुमत परीक्षण का हवाला दिया है। उन्होंने कहा है कि इसी आधार पर तमिलनाडु में भी बहुमत परीक्षण कराए जाना चाहिए। इस बीच सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को शशिकला के खिलाफ आय से ज्यादा संपत्ति के मामले में फैसला सुना सकता है। अगर फैसला उनके खिलाफ जाता है तो उनकी राह मुश्किल हो सकती है।
शशिकला लगातार दावा कर रही हैं कि उन्हें अन्नाद्रमुक के लगभग सभी विधायकों का समर्थन हासिल है, जो फिलहाल दो रिजॉर्ट में ठहरे हुए हैं। हालांकि कार्यवाहक मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम आरोप लगा रहे हैं कि विधायकों को बंधक बना कर रखा गया है और आखिर में वे उनका ही समर्थन करेंगे।
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