कानपुर। सेंट्रल रेलवे स्टेशन के आउटर पर मंगलवार को 42 मिनट में तीन ट्रेनों को लूटे जाने पर एडीजी रेलवे ने इंस्पेक्टर सहित तीन पुलिस कर्मियों को शुक्रवार को सस्पेंड कर दिया। साथ ही घटना में सेंट्रल स्टेशन पर तैनात जीआरपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ जांच के आदेश दिए गये हैं।
दो दिन पूर्व सेंट्रल स्टेशन के कानपुर लखनऊ आउटर के गंगा पुल और कैंट के बीच सशस्त्र बदमाशों ने तीन ट्रेनों को निशाना बनाया। इन ट्रेनों में लोकमान्य तिलक, वैशाली एक्सप्रेस व कानपुर लखनऊ मेमो शामिल है। बदमाशों ने एक-एक कर तीनों ट्रेनो में जमकर उत्पात मचाया और दर्जनों यात्रियों के साथ मारपीट व लूटपाट की।
इतनी बड़ी घटना के दो दिन बीत जाने के बाद भी जीआरपी बदमाशों का सुराग नहीं लगा सकी है। इस बीच घटना की जानकारी होने पर सेंट्रल स्टेशन आए जीआरपी आईजी एंटोनी देव कुमार व एसपी कवीन्द्र कुमार ने भी जांच की, जिसमें इंस्पेक्टर व सिपाहियों की ड्यूटी में बड़ी लापरवाही सामने आई।
अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट एडीजी रेलवे को भेजते हुए सीओ राम कृष्ण को पुलिस टीमें गठित कर बदमाशों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिये। अफसरों की रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए शुक्रवार सुबह ही एडीजी रेलवे ने कड़ा कदम उठाते हुए जीआरपी इंस्पेक्टर सहित दो बीट सिपाहियों को सस्पेंड कर सेंट्रल स्टेशन में तैनात अन्य पुलिस स्टाफ की भूमिका को लेकर जांच के आदेश दे दिए हैं। एसपी जीआरपी कवीन्द्र कुमार ने एडीजी द्वारा की गई कार्यवाही की पुष्टि की गई है।
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