नईदिल्ली: राजनीति में ऐसे नामों की एक लंबी फेहरिस्त है, जिन्होंने ताउम्र शादी ना करने का फैसला किया। इनमें एक नाम मायावती का भी है।
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यही वजह है कि लोग इन्हें बहन जी के नाम से जानते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि आखिर मायावती ने शादी क्यों नहीं की। इस सवाल का जवाब खुद मायावती ने एक इंटव्यू में दिया।
मायावती चार बार यूपी की मुख्यमंत्री रहीं हैं। 1995 में मायावती पहली बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनीं। 1977 में कांशीराम से मिलने के बाद मायावती ने राजनीति में आने का फैसला लिया।1984 में बसपा की स्थापना हुई, जिसमें कांशीराम की कोर टीम में मायावती थीं।
साल 2001 में कांशीराम ने मायावती को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया था। 2006 में कांशीराम के निधन के बाद मायावती बसपा की अध्यक्ष बन गईं। पहली बार बिजनौर से मायावती लोकसभा पहुंची। वे अभी राज्यसभा सांसद भी हैं।