 लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता दयाशंकर सिंह द्वारा मायावती पर की गई टिप्पणी के विरोध में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने भाजपा के खिलाफ गुरुवार को हल्ला बोल दिया। भाजपा को महिला और दलित विरोधी बताया और जमकर नारेबाजी की। यातायात व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित रही। भाजपा का पुतला फूंकने के दौरान एक बसपा कार्यकर्ता जल गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दयाशंकर की गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद धरना समाप्त हुआ।
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता दयाशंकर सिंह द्वारा मायावती पर की गई टिप्पणी के विरोध में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने भाजपा के खिलाफ गुरुवार को हल्ला बोल दिया। भाजपा को महिला और दलित विरोधी बताया और जमकर नारेबाजी की। यातायात व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित रही। भाजपा का पुतला फूंकने के दौरान एक बसपा कार्यकर्ता जल गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दयाशंकर की गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद धरना समाप्त हुआ।
सुबह तकरीबन 10 बजे तक राजधानी में बसपाइयों का रेला उमड़ पड़ा। राजधानी का दिल कहा जाने वाला हजरतगंज जाम हो गया। यातायात व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ गई और पुलिस के हाथ दिखाने का केवल कोरमपूर्ति होता रहा। वजह, बिगड़े बसपाइयों ने यातायात पुलिस सहायत केंद्र पर कब्जा कर लिया था और उसमें पुलिस को ठहरने से रोके रखा।
अलग-अलग टुकड़ियों में बंटे बसपाइयों के नारे से पूरा हजरतगंज गूंजता रहा। ‘दलित विरोधी बीजेपी मुर्दाबाद‘, ‘महिला विरोधी बीजेपी मुर्दाबाद’, ‘बहनजी आप संघर्ष करो, हम आपके साथ हैं’ के नारे से लगते रहे। हजरतगंज से चिड़ियाघर और राजभवन की ओर जाने वाली सड़कों पर बसपाइयों के कब्जा होने से आवागमन बाधित रहा। हालांकि जिला प्रशासन ने इन सड़कों पर पहले ही बेरिकेटिंग कर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रखे थे।
यातायात पुलिस और बसपाइयों में कहासुनी
कई क्षेत्रों के बसपाई अपनी लक्जरी गाड़ियों से हल्ला बोल में शामिल होने आए थे। इस दौरान एक बसपा कार्यकर्ता की सड़क के बीच में खड़ी को हटाने के लिए यातायात सिपाही मौके पर पहुंचका आग्रह करने लगा, लेकिन बसपाई भड़क गए और उसे दौड़ा लिया। सिपाही को अपनी सुरक्षा के लिए भागना पड़ा।
…और सिपाही कहता रहा कोई नहीं साहब
बसपाइयों की हूटिंग व गाली गलौज से परेशान सिपाही भागते-भागते अपने साहब से बाते रहा। मोबाइल पर दूसरी ओर से सिपाही जानकारियां हासिल कर रहे साहब से सिपाही यह बताता रहा कि और कोई नहीं है साहब, हम अकेले ही हैं। बावजूद इसके आसपास खड़े पुलिस वालों में से कोई भी उसके सहयोग में आगे नहीं आया।
…छींटाकशी की शिकार होती रहीं छात्राएं
सड़क जाम और टैंपो के न चलने से छात्रायें पैदल की स्कूलों की ओर रुख कर रहीं थीं। इनमें से कइयों को प्रदर्शन कर रहे बसपाइयों के बीच होकर गुजरना पड़ा। लेकिन महिला विरोधी भाजपा के खिलाफ हल्ला बोलने वाले बसपाई उन पर छींटकशी करने से बाज नहीं आए। छात्राएं सिर झुका कर अपनी राह चलने को मजबूर रहीं।
 Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper National Hindi News Paper,  E-Paper & News Portal
Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper National Hindi News Paper,  E-Paper & News Portal
				 
			 
		
		 
						
					 
						
					 
						
					 
						
					 
						
					