हमारे देश में कई धर्मो के लोग निवास करते है. हर धर्म का यहां पालन किया जाता है. यहाँ हर जगह कई मंदिर देखने को मिलते है और इन सभी मंदिरों का अपना एक महत्व होता है. कुछ मंदिर हैं ऐसे हैं जिनके रहस्य के बारे में ना आप जान पाएं और ना ही जान पाएंगे. यानी सब कुछ पता करने के बाद भी वो मंदिर रहस्य्मयी ही बने हुए हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के विषय में बताएँगे जो की दिन में तीन बार अपना रंग बदलता है.
दरसल, राजस्थान के धौलपुर जिले के अचलेश्वर महादेव का मंदिर अपने आप में एक अजूबा है. यह स्थान चम्बल के बीहड़ों के नाम से प्रसिद्ध है. इन्ही बीहड़ों के दुर्गम रास्तों से चलकर इस मंदिर तक पहुंचा जाता है. इस मंदिर की खासियत है की यहाँ पर जो शिवलिंग स्थापित है वह दिन में तीन बार अपना रंग बदलता है. यह कैसे होता है आज हम इसी के बारे में बताने जा रहे हैं. जानते हैं उसका रहस्य. इसके अलावा बता दें, इस मंदिर की मान्यता है की जो भी अविवाहित यहाँ पर अपने विवाह की कामना लेकर आता है उसकी कामना जल्द ही पूरी होती है.
इस मंदिर के शिवलिंग का रंग सुबह के समय लाल होता है और दोपहर में इसका रंग केसरिया हो जाता है तथा जब शाम होती है तो यह अपने आप सांवले रंग का हो जाता है. इस अनोखे मंदिर का रहस्य अभी तक कोई जान नहीं पाया है ऐसा कहा जाता है की बहुत समय पूर्व कुछ लोगों के द्वारा इसके छोर का पता लगाने के लिए शिवलिंग की खुदाई की गई किन्तु बहुत खोदने के बाद भी इस शिवलिंग के छोर का कोई सुराग हाथ नहीं लगा.
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