नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी स्पोर्ट्सवियर कंपनी नाइकी ने भारतीय टीम से स्पॉन्सरशिप वापस ले ली है। बता दें कि भारत में क्रिकेट बैट को स्पॉन्सर करना एक महंगी मार्केटिंग एक्साइज है।
शीर्ष खिलाड़ी जैसे विराट कोहली, एम। एस। धोनी के बल्ले पर एक साल के लिए अपना लोगो लगाने के लिए कंपनियों को 7 से 10 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ते हैं।
नाइकी इंडिया बुरे दौर से गुजर रही है और 2014-15 में उसका घाटा 500 करोड़ से ज्यादा का है। वहीं सूत्रों का कहना है कि नाइकी इंडिया की तरफ से मेरठ में बल्ला बनाने वाली किसी कंपनी के पास दो साल से कोई कॉन्ट्रैक्ट नहीं गया है।
नाइकी क्रिकेट में पैसा लगाने वाला सबसे बड़ा स्पॉन्सर बना हुआ है। टीम की क्रिकेट किट को कंपनी करीब 60 करोड़ रुपये हर साल बीसीसीआई को देकर स्पॉन्सर करती है। हालत यह है कि नाइकी को नुकसान कम करने के लिए भारत में 30 प्रतिशत स्टोर्स बंद करने पड़े।