नोएडा। आईजी एटीएस असीम अरूण ने मोस्ट वांटेड रंजीत पासवान और पांच लाख के इनामी प्रदीप सिंह सहित कुल दस नक्सलियों को नोएडा के सेक्टर 47 हिण्डन विहार सहित अन्य स्थानों से दबिश देकर पकडे जाने की आधिकारिक पुष्टि की है। पकड़े गये नक्सली रंजीत पासवान के पास से इंसास रायफल बरामद हुई है।
नोएडा में एटीएस के आईजी असीम अरूण ने एक प्रेसवार्ता कर बताया कि एटीएस लम्बे समय से रंजीत पासवान के पीछे थी और हर बार वह चकमा दे कर निकल जाता था। इस बार एटीएस टीम ने उसे एक इंसास रायफल सहित भारी हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। रंजीत और उसके साथी कई महीने से नोएडा में रह रहे थे। इनकी योजना किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की थी। इससे पहले शनिवार की रात से रविवार की सुबह तक एटीएस की टीम ने दस नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि अभी और भी नक्सली पकड़े जा सकते है।
उन्होंने कहा कि पकड़े गये नक्सलियों के कब्जे से 06 पिस्टल, 50 कारतूस, 01 ग्रेनेड, 03 कार, 125 डिटोनेटर्स, एक दर्जन बम बनाने का सामान और 02 लैपटॉप बरामद हुये है।
बता दें कि शनिवार की रात गाड़ियों में बैठकर एटीएस के जवानों ने नोएडा के सेक्टर 47 की बिल्डिंग बी-48 के फ्लैट संख्या 102 पर धावा बोलते हुये 06 नक्सलियों को गिरफ्तार किया। फिर गिरफ्तार हुये नक्सलियों की निशानदेही पर 03 और नक्सलियों को पकड़ा गया। रविवार को सुबह फिर एक नक्सली को चंदौली से गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार हुये नक्सलियों की पहचान पवन उर्फ भाईजी पुत्र दिनेश झा, निवासी- रुद्रपुर, थाना- मधुबनी, बिहार, कृष्णा कुमार राम पुत्र शिववचन निवासी- मुरही, थाना- सासाराम, बिहार, सुनील कुमार यादव, सासाराम, बिहार, शैलेंद्र कुमार, बक्सर, बिहार, 05 लाख का इनामी प्रदीप सिंह खरवार, पुत्र उपेंद्र सिंह खरबार, झारखंड के लातेहार के बरियातु गांव का रहने वाला है, रंजीत पासवान उर्फ संतोष पुत्र मल्लू पासवान, निचोट थाना- इलिहा, जिला- चंदौली, यूपी (बम बनाने में निपुण) थाना चैनपुर, जनपद कैमूर से वांटेड, सचिन कुमार पुत्र डालचंद्र निवासी- बिलासपुर, थाना- दनकौर, ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश, सूरज पुत्र तेजपाल निवासी- फतेहाबाद, बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश (लोकल संपर्क जिससे मिलकर अपराध करने की तैयारी थी), आशीष सारस्वत पुत्र देवेंद्र सारस्वत, निवासी- चण्डौस, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश, ब्रज किशोर तोमर, चण्डौस, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है।